चमोली । सिखों के तीर्थस्थल श्री हेम कुंड साहिब गुरद्वारे के मार्ग से बर्फ हटाने का काम लगभग पूरा होने को है। सेवादारों द्वारा गुरुद्वारे के पहले द्वार से बर्फ हटाने का काम कर लिया है।
सेना की सिख रेजिमेंट के जवानों द्वारा गोविंद धाम से गुरुद्वारे के करीब छह किमी मार्ग का रास्ता भी ठीक कर लिए है। रास्ते में पड़ी बर्फ को तोड़ कर किनारे कर दिया गया है।
श्री हेमकुंड साहिब में पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब 20 मई को गोविंद घाट गुरुद्वारे से लाकर स्थापित की जायेगी ,उसके बाद करीब पांच माह तक, गुरुवाणी का प्रकाश किया जाएगा।
माना जाता है कि श्री हेमकुंड साहिब गुरुदारे स्थल पर दशम गुरु गोबिंद सिंह जी ने पूर्व जन्म में तपस्या की थी जिसका जिक्र उन्होंने अपनी पुस्तक विचित्र वाणी में किया था।
हरसाल यहां लाखो श्रद्धालु गुरुद्वारे में आस्था प्रकट करने पहुंचते है। गुरुद्वारे में दोपहर बाद श्रद्धालुओ को अक्सीजन की कमी के कारण रुकने नही दिया जाता है।
उत्तराखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने श्रद्धालुओ के लिए एक सुझाव जारी किया है कि जो भी श्री हेमकुंड आए वो अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर आए। ह्रदय और उक्त रक्तचाप रोगियों को यहां आने से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
श्री हेमकुंड साहिब का गोविंद घाट से करीब 19किमी की पैदल यात्रा है जिसमे आखिरी 6 किलोमीटर बेहद कठिन यात्रा है। यात्रा मार्ग पर रोपवे बनाने की योजना पर भी काम चल रहा है।
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