वाराणसी । बनारस के कई रंग हैं, इसका नजारा सोमवार को नगरी में सुबह से ही दिख रहा है। हर कोई अपने सांसद और प्रधानमंत्री के रोड शो और नामांकन जुलूस में शामिल होने के लिए तैयार है।
रोड शो में शामिल होने के लिए आ रहे प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए मुस्लिम महिलाओं ने मुस्लिम महिला फाउंडेशन के बैनर तले पूरी तैयारी की है। विशाल भारत संस्थान एवं मुस्लिम महिला फाउण्डेशन के कार्यकर्ताओं ने सिगरा स्थित शास्त्री पार्क में बैंड बाजे के साथ धन्यवाद मार्च निकाला। सबके हाथ में मोदी के पोस्टर थे। जिस पर लिखा था- धन्यवाद मोदी जी, आपके दुश्मनों को शिकस्त मिले,अल्लाह आपकी हिफाजत करे।
प्रधानमंत्री मोदी हैं हमारे मुक्तिदाता
फाउंडेशन की जिलाध्यक्ष खुर्शीदा बेगम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी हमारे मुक्तिदाता है। हम सुरक्षित हैं, आज़ादी की सांस ले रहे हैं। अब तलाक देकर घर से निकाले जाने का भय नहीं है। इसका श्रेय सिर्फ मोदी को है।
उन्होंने कहा कि बनारस के मुसलमान मोदी को धन्यवाद इसलिये दे रहे हैं क्योंकि प्रधानमंत्री ने बनारस को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर ला दिया है। सबसे बड़ी मुसीबत बीमारी में आयुष्मान कार्ड का सहारा दिया। मुस्लिम बेटियों को तीन तलाक से मुक्ति दिलाई है। लोग सड़क, बिजली, पानी के लिये तरस जाते थे, अब चमकती सड़कों पर गाड़ियां दौड़ रही हैं। बनारस के पर्यटन बढ़ने से लोगों के रोजगार में 300 प्रतिशत इजाफा हुआ। भारत के प्रधानमंत्री के रूप में बनारस आने का रिकार्ड बनाया। यही वजह है कि बनारसी मुसलमान नरेन्द्र मोदी को रिकार्ड मतों से चुनाव जीताना चाहते हैं। मुसलमानों ने मोदी की जीत और हिफाजत के लिये अल्लाह से दुआ मांगी है।
पीएम मोदी ने पूरी दुनिया में बढ़ाई है इज्जत
मुस्लिम धर्मगुरु अफसर बाबा ने कहा कि आज मोदी जहां से चाहते वहां से चुनाव लड़कर जीत सकते थे, लेकिन तीसरी बार भी बनारस से ही लड़ने आ रहे हैं। उन्होंने पूरी दुनियां में हमारी इज्जत बढ़ाई है। हम भी उनका साथ नहीं छोड़ेंगे। दंगा खत्म, नफरत खत्म और डर खत्म तो अब क्या चाहिए।
संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजीव ने कहा कि अब तो मुद्दत हो गयी रेडियो पर यह सुने कि सावधान, लावारिस वस्तुएं न छुए, बम हो सकता है। अब बम रखने वालों को जहन्नुम पहुंचा दिया गया,कहां गए वो?। मोदी और मुसलमानों के बीच की दीवार को बनारस ने गिरा दिया है। बनारस ने मुसलमानों और मोदी के सम्बन्ध को मजबूत बना दिया है, जो अटूट है।
मार्च में मौलाना ज़ाहिद, इक़बाल कसवी, मुस्ताक, बबलू, कलीम, खुर्शीदा, गुलबाग, सितारा बेगम, अनस, अब्दुल रहमान, फैसल, नूर मोहम्मद, ताहिर, मुन्ना खान, अर्सलन, सुल्तान, इरफान, अयान, रज्जब आदि ने भागीदारी की।
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