कर्णावती । भरूच के अंकलेश्वर की एक कंपनी में जनरल मैनेजर के तौर पर काम कर रहे पाकिस्तानी जासूस को सीआईडी क्राइम ने दबोचकर 14 दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड पर रहे पाकिस्तानी जासूस को साथ में रखकर जगड़िया की कंपनी पर छापा मार कंप्यूटर और सीपीयू जब्त किया है। पाकिस्तानी जासूस जिस किराए की रूम में रहता था वहां पर भी पुलिस में छापा मारा था लेकिन वहां से कुछ संदिग्ध नही मिला। इस मामले में ISI हनी ट्रैप के जरिये सुरक्षा अधिकारियों को फंसाकर संवेदनशील जानकारी हथिया रहा है ऐसा खुलासा जांच में हुआ है।
एरोनॉटिकल इंजीनियर प्रवीण मिश्रा अंकलेश्वर के जगड़िया स्थित एक कंपनी में जनरल मैनेजर के तौर पर काम कर रहा था। यह कंपनी DRDO में अलग अलग मटीरियल पहुचाने का काम करती थी। देश की सुरक्षा के मामले से जुड़ी संवेदनशील जानकारी प्रवीण मिश्रा पाकिस्तान को देता था जिसके चलते सीआईडी क्राइम ने उसे दबोचा था। 14 दिन के रिमांड पर रहे प्रवीण मिश्रा को पुलिस जगड़िया स्थित उसकी कंपनी पर लेकर गयी थी। पुलिस ने वहां छापा मार पाकिस्तानी जासूस के द्वारा उपयोग में लिया जानेवाला कम्प्यूटर और सीपीयू जब्त किया है। मिश्रा जिस किराये की रूम में रहता था वहां भी उसे साथ लेकर छापा मारा गया लेकिन वहां से कुछ संदिग्ध नही मिला है। मिश्रा दो महीने से अंकलेश्वर में था और 9 महीने से ज्यादा समय से वॉट्सऐप के जरिए देश की महत्वपूर्ण जानकारी पाकिस्तान पहुचाता था। रिमांड के दौरान मिश्रा के वॉट्सऐप एकाउन्ट, कोल डिटेल्स, वॉट्सऐप चेट, कम्प्यूटर को चेक कर उसके संपर्क किसके साथ थे और उसने कौन कौन सी जानकारी पाकिस्तान को दी है इन सब मुद्दो पर जांच की जाएगी। जांच में आगे और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।
क्या था पूरा मामला?
सीआईडी क्राइम को उधमपुर मिलिट्री इंटेलिजेंस से महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी कि विविध लश्करी और अर्थ लश्करी बल, डीआरडीओ, हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल और मिसाइल बनाने वाली कंपनियों की जानकारी फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से पाकिस्तान भेजी जा रही है। इसके लिए पाकिस्तानी जासूस कुछ अधिकारियों के संपर्क में होने की जानकारी मिली थी। जिसके चलते सीआईडी क्राइम ने टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर जांच कर अंकलेश्वर के रागिनी चौक में एक रूम में किराए पर रहनेवाले प्रवीण मिश्रा को दबोच लिया था। पुलिस ने उसके व्हाट्सएप और फेसबुक एवं सोशल मीडिया ग्रुप की जांच करने पर सामने आया कि प्रवीण मिश्रा सोनल गर्ग नाम की एक महिला के संपर्क में था और उससे रोजाना व्हाट्सएप पर बातें करता था।
पाकिस्तानी जासूस ने एयरोनॉटिकल इंजीनियर प्रवीण मिश्रा को सोनल गर्ग के नाम से फेसबुक पर फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजी थी बाद में उसे प्रेम के जाल में फंसा कर व्हाट्सएप नंबर लिया था। बाद में इस महिला ने सुरक्षा के संबंधित जानकारी जुटाने में इंटरेस्ट दिखाकर प्रवीण मिश्रा का विश्वास भी जीता था। उस समय प्रवीण मिश्रा हैदराबाद डीआरडीओ और हेलीकॉप्टर बनाने वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड को सुरक्षा संबंधी मटीरियल सप्लाई करने वाली कंपनी में नौकरी करता था। जिसके चलते उसने कई सारी संवेदनशील जानकारी सोनल गर्ग को भेजी थी। इतना ही नहीं प्रवीण ने कई सारे फोटोग्राफ्स भी भेजे थे।
प्रवीण ने मिसाइल सिस्टम के साथ जुड़ी हुई रिसर्च एंड डेवलपमेंट कंपनी की जानकारी भी पाकिस्तान भेजी थी। इस दौरान पाकिस्तानी जासूस महिला बनकर व्हाट्सएप कॉल से प्रवीण मिश्रा से बातें करता था और उसे अपने प्रेमजाल में फंसाये रखा था। इसके बाद प्रवीण नौकरी करने के लिए अंकलेश्वर में आया था जहां वह डीआरडीओ को मटीरियल सप्लाई करने वाली कंपनी में काम कर करता था। पाकिस्तानी जासूस ने प्रवीण से अंकलेश्वर की कंपनी की जानकारी भी मांगी थी और प्रवीण ने वह साजा भी की थी। पुलिस जांच में सामने आया है कि ISI इस प्रकार हनी ट्रेप में कई अधिकारियों को फंसा कर देश की सुरक्षा के मामले में संवेदनशील जानकारी जुटा रहा है। इस दिशा में पुलिस ने आगे जांच शुरू की है।
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