इस दिन पृथ्वी की चमक से चमकेगा “हंसियाकार” चंद्रमा, बड़े सौभाग्य से देखने को मिलता है ऐसा मौका

इस घटना को "अशेन ग्लो" या "नये चंद्रमा की बांहों में पुराना चंद्रमा" के नाम से भी जाना जाता है।

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11 मई की शाम को खगोल विज्ञान के शौकीनों के लिए एक खास मौका होगा जब वे चंद्रमा पर एक अद्भुत खगोलीय घटना का अनुभव कर सकते हैं। नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू के अनुसार, इस घटना को ‘अर्थ शाईन’ के नाम से जाना जाता है। इस घटना में चंद्रमा का अप्रकाशित भाग भी हल्की चमक के साथ दिखाई देता है, जिसे “दा विंची चमक” भी कहा जाता है।

क्या है अर्थ शाईन? 

अर्थ शाईन एक खगोलीय घटना है जिसमें चंद्रमा का वह हिस्सा भी दिखाई देता है जो सूर्य के सीधे प्रकाश से प्रकाशित नहीं होता। यह चंद्रमा के हंसियाकार हिस्से के अलावा उसका बाकी गोलाकार हिस्सा भी हल्की रोशनी में दिखाता है। इस घटना को “अशेन ग्लो” या “नये चंद्रमा की बांहों में पुराना चंद्रमा” के नाम से भी जाना जाता है।

पृथ्वी और चंद्रमा के बीच संबंध 

यह घटना पृथ्वी और चंद्रमा के परावर्तित प्रकाश के संबंध को दर्शाती है। सारिका घारू ने बताया कि चंद्रमा केवल अपने तक पहुंचने वाले सूर्य के प्रकाश का लगभग 12 प्रतिशत ही परावर्तित करता है। वहीं, पृथ्वी अपनी सतह पर आने वाले सूर्य के प्रकाश का लगभग 30 प्रतिशत परावर्तित करती है। यही परावर्तित प्रकाश जब चंद्रमा पर पहुँचता है, तो वह चंद्रमा के अप्रकाशित हिस्से को भी रोशन कर देता है।

लियोनार्डो द विंची और अर्थ शाईन 

यह रोचक तथ्य है कि महान कलाकार और वैज्ञानिक लियोनार्डो द विंची ने पहली बार 1510 के आसपास अर्थ शाईन की अवधारणा को स्केच के माध्यम से प्रस्तुत किया था। यह उनके समय में विज्ञान और कला के अद्वितीय संबंध को दर्शाता है।

कैसे देखें अर्थ शाईन? 

यदि आप इस अद्भुत खगोलीय घटना का अनुभव करना चाहते हैं, तो शनिवार, 11 मई की शाम को पश्चिम दिशा में चंद्रमा को देखें। हंसियाकार चांद के तेज चमकते हिस्से के साथ-साथ उसका हल्की रोशनी में चमकता गोलाकार हिस्सा भी दिखेगा। यह अनुभव हमें याद दिलाता है कि हम जिस पृथ्वी पर खड़े हैं, उसका भी चंद्रमा के इस अद्भुत दृश्य को बनाने में योगदान है।

इस खगोलीय घटना को देखने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं है, बस आपको साफ आसमान और पश्चिम दिशा में खुला दृष्टिकोण चाहिए। अगर मौसम साफ है, तो आप आसानी से इस अद्भुत नज़ारे का आनंद ले सकते हैं।

इस प्रकार के खगोलीय अनुभव हमें न केवल विज्ञान के अद्भुत रहस्यों से परिचित कराते हैं, बल्कि हमें पृथ्वी और चंद्रमा के बीच गहरे संबंध का भी आभास कराते हैं। यह अनुभव हमारी समझ को बढ़ाने और ब्रह्मांड के प्रति हमारी जिज्ञासा को प्रेरित करने का अवसर देता है।

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