पटना । मुजफ्फरपुर जिले के चक अब्दुल्ला गांव में पुलिस ने एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया है, जिसका नाम मोहम्मद अली बताया जा रहा है। इस गिरफ्तारी को सूरत की स्पेशल ब्रांच की टीम ने अंजाम दिया, जो कि कई दिनों से इस मामले में जांच कर रही थी।
मोहम्मद अली की गिरफ्तारी उसके मामा के घर से हुई, जहां वह छिपा हुआ था। इसके बाद सूरत पुलिस ने मोहम्मद अली को मुजफ्फरपुर कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट के आदेश मिलने के बाद उसे सूरत ले जाया गया। इस गिरफ्तारी से पुलिस को एक पाकिस्तानी संगठन के साथ जुड़े आतंकी नेटवर्क के बारे में अहम सुराग मिले हैं, जिसमें भारतीय और पाकिस्तानी सदस्य शामिल हैं।
बताया गया है कि मोहम्मद अली ने भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा और हिंदू नेता उमेश्वर राणा को हत्या की धमकी दी थी। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई कि मोहम्मद अली लगातार पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठनों के संपर्क में था। उसके खिलाफ कई हिंदू नेताओं को जान से मारने की धमकी देने और साजिश रचने के आरोप हैं।
गुजरात पुलिस ने इस मामले में एक और संदिग्ध की गिरफ्तारी की थी, जिसका नाम मौलाना सोहैल अबु बक्र तिमोल है। उसकी गिरफ्तारी के बाद से पुलिस को इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की जानकारी मिली। बताया जाता है कि सोहैल ने ही मोहम्मद अली को पाकिस्तानी संगठन के साथ जोड़ा था।
पुलिस ने मोहम्मद अली के मोबाइल फोन को जब्त किया और उसकी जांच की, जिससे पता चला कि वह सूरत और पाकिस्तान के सदस्यों से लगातार व्हाट्सएप चैटिंग और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से संपर्क में था। पुलिस का मानना है कि मोहम्मद अली, नेपाल में शहनाज के नाम से जाना जाता है, और वह इस नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण सदस्य है।
इस मामले में पुलिस की जांच जारी है, और यह उम्मीद की जा रही है कि मोहम्मद अली की गिरफ्तारी से इस आतंकवादी नेटवर्क के अन्य सदस्यों की जानकारी और उनकी गतिविधियों के बारे में और भी जानकारी मिलेगी। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि ऐसी खतरनाक गतिविधियों को रोका जा सके।
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