लोकसभा चुनाव-2024 के बीच पंजाब के बठिंडा से भाजपा की उम्मीदवार और पूर्व आईएएस अधिकारी परमपाल कौर सिद्धू के खिलाफ भगवंत मान सरकार ने नई चाल चल दी है। राज्य सरकार ने पूर्व आईएएस को तत्काल ड्यूटी ज्वाइन करने का आदेश दिया था। इस पर अब परमपाल कौर सिद्धू ने पंजाब सरकार के नोटिस भेजे जाने का जवाब दिया है। उन्होंने राज्य सरकार को दो टूक कहा है कि जो एक्शन लेना है वो ले सकते हैं।
क्या है पूरा मामला
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने के बाद पंजाब की भगवंत मान सरकार ने उनकी सेवानिवृति की प्रक्रिया को अधूरी बताते हुए उन्हें दोबारा ड्यूटी ज्वाइन करने को कहा। दूसरी ओर परमपाल कौर ने कहा कि केंद्र सरकार ने मुझे सेवामुक्त कर किया है। भाजपा प्रत्याशी परमपाल कौर ने कहा कि पंजाब सरकार को जो कारवाई करनी है करें, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
उन्होंने कहा कि जब वे सेवामुक्त ही हो चुकी हैं तो ऐसे में अब पंजाब सरकार का तो कोई मतलब ही नहीं बनता कि उन्हें नोटिस भेजे। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने अपनी सेवामुक्ति के लिए आवेदन पत्र भेजा था, तो उन्होंने लिखा था कि वे अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ बठिंडा जाकर रहना चाहती हैं। उनकी जिंदगी में अन्य योजनाएं हैं जिसके तहत वे अब चुनाव लड़ रही हैं। परमपाल कौर ने कहा कि जब पंजाब में सरकार ही विवादित है तो इसमें मैं कुछ नहीं कर सकती।
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परमपाल कौर कहती हैं कि पंजाब में तैनात एक आईपीएस अधिकारी ने सेवा मुक्त होने के बाद लिखा कि वे पिंजरे से आजाद हो गए हैं। उन्होंने साफ किया कि वे अगले दिनों में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी और चुनाव लड़ेंगी।
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता सिकंदर सिंह मलूका की बहू भाजपा प्रत्याशी एवं आईएएस परमपाल कौर मलूका ने अपने पद से वीआरएस ली थी। इसके बाद वे भाजपा में शामिल हुई और उन्हें बठिंडा से पार्टी का उम्मीदवार बना दिया गया। मंगलवार को पंजाब सरकार ने उनको नोटिस जारी कर कहा था कि वे तुरंत अपनी ड्यूटी जॉइन करें, क्योंकि उनको तीन महीने के नोटिस पीरियड से छूट नहीं दी गई है। वे ड्यूटी से रिलीव या रिटायर नहीं मानी जा सकती हैं। ड्यूटी जॉइन न करने की सूरत में उनको उचित कार्रवाई की चेतावनी जारी की गई है।
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