क्या POJK पर कुछ बड़ा होने जा रहा है आम चुनाव के बाद! Jaishanker के बयान में उलझा Jinnah का देश
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

क्या POJK पर कुछ बड़ा होने जा रहा है आम चुनाव के बाद! Jaishanker के बयान में उलझा Jinnah का देश

जम्मू कश्मीर के संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी तथा अन्य वरिष्ठ मंत्रियों के बयानों पर पाकिस्तान के नीतिकार चर्चा कर रहे हैं

by WEB DESK
May 7, 2024, 02:47 pm IST
in विश्व
जम्मू—कश्मीर के एक बड़े भूभाग पर पाकिस्तान का कब्जा है। उस हिस्से को भारत के साथ जोड़ने के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, ​रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री जयशंकर अनेक अवसरों पर बयान दे चुके हैं। (File Photo)

जम्मू—कश्मीर के एक बड़े भूभाग पर पाकिस्तान का कब्जा है। उस हिस्से को भारत के साथ जोड़ने के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, ​रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री जयशंकर अनेक अवसरों पर बयान दे चुके हैं। (File Photo)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारत की नरेन्द्र मोदी सरकार ने जम्मू—कश्मीर से अगस्त 2019 में धारा 370 हटाने का जो साहस दिखाया उससे न सिर्फ भारत और पाकिस्तान में बल्कि पूरे विश्व में संदेश गया कि भारत की मोदी सरकार सिर्फ बयानों तक सीमित नहीं रहती अपितु फैसलों को धरातल पर क्रियान्वित भी करती है। भारत की संसद ने 22 फरवरी 1994 को सर्वसम्मति से यह प्रस्‍ताव पारित किया था कि संपूर्ण जम्मू—कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इसके पूर्ण विलय का कार्य किया जाना बा​की है।

जम्मू—कश्मीर के एक बड़े भूभाग पर तत्कालीन कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों की वजह से पाकिस्तान का कब्जा है। उस हिस्से को भी भारत के साथ जोड़ने के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, ​रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री अनेक अवसरों पर कर चुके हैं। और हर बार पाकिस्तान ने गला फाड़कर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दुहाई दी है कि ‘भारत कश्मीर को बंधक बनाए हुए है’। ऐतिहासिक तथ्यों को जिन्ना के देश ने हमेशा तोड़—मरोड़कर ही पेश ​किया है और इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी के इस्लामी राष्ट्रों से अपने पक्ष में बयान दिलवाए हैं। लेकिन भारत की वर्तमान केन्द्र सरकार अपने इरादों से टस से मस कभी नहीं हुई।

अभी विदेश मंत्री जयशंकर एक साक्षात्कार में फिर से इस बात को दोहराया है कि जम्मू कश्मीर के एक हिस्से पर पाकिस्तान का कब्जा है, जम्मू कश्मीर के उस अधिक्रांत हिस्से (पीओजेके) सहित पूरा जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। जयशंकर ने इस संबंध में संसद के प्रस्ताव का भी स्मरण दिलाया है।

विदेश मंत्री जयशंकर

जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान अधिक्रांत पीओजेके भारत से बाहर कभी नहीं था, आज भी वह इस देश से बाहर नहीं है। वह हमारे देश का भाग है, उस कतई स्वीकार नहीं कर सकते कि हमारे उस हिस्से पर किसी अन्य का कब्जा हो। दिलचस्प बात यह है कि जयशंकर के इस बयान से ठीक पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस बात के संकेत दिए हैं।

जयशंकर ने आगे यह भी कहा कि पाकिस्तान अधिक्रांत पीओजेके भारत से बाहर कभी नहीं था, आज भी वह इस देश से बाहर नहीं है। वह हमारे देश का भाग है, उस कतई स्वीकार नहीं कर सकते कि हमारे उस हिस्से पर किसी अन्य का कब्जा हो। दिलचस्प बात यह है कि जयशंकर के इस बयान से ठीक पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस बात के संकेत दिए हैं।

अपने कहे को पूरा करके दिखाने के लिए दुनिया में मशहूर भारत के प्रधानमंत्री मोदी तथा अन्य वरिष्ठ मंत्रियों के बयानों को नि:संदेह पाकिस्तान का सत्ता अधिष्ठान एक गंभीर संकेत मान रहा है तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं है। जम्मू कश्मीर के संदर्भ में भारत के लगातार आ रहे ऐसे बयानों पर पाकिस्तान के नीतिकार चर्चा कर रहे हैं। उनकी चर्चा में यह बात साफ तौर पर उभरी है कि भारत इस दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।

भारत की संसद ने 22 फरवरी 1994 को सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया था कि संपूर्ण जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग है।

पाकिस्तानी विश्लेषकों के अनुसार, ‘जयशंकर का बयान पर्याप्त गंभीरता झलकाता है। उनके बयान से दुनिया के सामने यह संदेश जा रहा है कि भारत बदलता जा रहा है। भारत के विदेश मंत्री हिन्दू धर्म और संस्कृति को लेकर तेवर कड़े करते दिख रहे हैं। भारत के नेताओं के बयानों से यह भी दिखता है कि वे भारत के लोगों को रक्षात्मक दृष्टिकोण को त्यागकर व्यावहारिकता से चीजों को देखने का संकेत दे रहे हैं। इससे भारत के युवाओं को एक विशेष संदेश देने की कोशिश हो रही है।’

इसमें संदेह नहीं है कि विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत का दृष्टिकोण खुलकर ​विश्व के सामने रखा है। विश्व को बताया कि भारत एक नए रास्ते पर बढ़ रहा है। विश्व के अनेक देश भारत की साफगोई और नीतियों से प्रभावित हैं। इसके मुकाबले पाकिस्तान आज सिर्फ एक कंगाल और ​भिखमंगे देश के नाते जाना जा रहा है जिसकी न कोई विदेश नीति है, न ही कोई कद्दावर नेता है।

एक वरिष्ठ पाकिस्तानी टिप्पणीकार का कहना है कि भारत के विदेश मंत्री ने हिन्दुत्व के दृष्टिकोण के अनुकूल विदेश नीति पर कदम बढ़ाया है। उसके अनुसार इस नीति को दुनिया में कुछ जगहों पर मान्य भी किया गया है। इस टिप्पणीकार को इस बात का अफसोस है कि इसके बरअक्स पाकिस्तान के नेता भारत के कश्मीर को लेकर दिए गए बयानों पर चुप्पी ओढ़े अपनी ही सियासत में उलझे हुए हैं। ऐसा लगता है जैसे पाकिस्तान के नेता मुंह में दही जमाए बैठे हैं।

Representational Image

हालांकि पाकिस्तान के विश्लेषक विदेश नीति के क्षेत्र में भारत के किए कामों से बहुत प्रभावित हैं। और विश्लेषक ही क्यों, पहले पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, फिर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और हाल में सांसद मौलाना फजलुर्रहमान ने भारत के विकास और दुनिया में एक बड़ा दर्जा पाने के प्रयासों की खुलकर तारीफें की हैं।

लेकिन इसमें संदेह नहीं है कि विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत का दृष्टिकोण खुलकर ​विश्व के सामने रखा है। विश्व को बताया कि भारत एक नए रास्ते पर बढ़ रहा है। विश्व के अनेक देश भारत की साफगोई और नीतियों से प्रभावित हैं। इसके मुकाबले पाकिस्तान आज सिर्फ एक कंगाल और ​भिखमंगे देश के नाते जाना जा रहा है जिसकी न कोई विदेश नीति है, न ही कोई कद्दावर नेता है।

इन परिस्थितियों को देखते हुए खुद पाकिस्तान के राजनीतिक विश्लेषक कयास लगा रहे हैं कि संभवत: आम चुनाव के बाद भारत जम्मू—कश्मीर के संदर्भ में कोई बड़ा कदम उठाएगा। भारत में भी राष्ट्रीय सोच के लोगों का मानना है कि भारतीय संसद द्वारा जम्मू—कश्मीर पर सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव की अक्षरश: पालना की जाएगी और देश एक बार फिर अपने प्राचीन गौरव को प्राप्त करेगा।

Topics: भारतmodiPOJKJammu KashmirIndiaRajnath Singhislamabadresolutionpokपाकिस्तानजयशंकरPakistanArticle 370जम्मू-कश्मीरjaishanker
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

“भय बिनु होइ न प्रीति “: पाकिस्तान की अब आएगी शामत, भारतीय सेना देगी बलपूर्वक जवाब, Video जारी

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाके (फाइल चित्र)

पाकिस्तान में भड़का विद्रोह, पाकिस्तानी सेना पर कई हमले, बलूचिस्तान ने मांगी आजादी, कहा – भारत में हो बलूच दूतावास

“भय बिनु होइ न प्रीति “: पाकिस्तान की अब आएगी शामत, भारतीय सेना देगी बलपूर्वक जवाब, Video जारी

खेत हरे, खलिहान भरे

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies