पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा महिलाओं के सामूहिक यौन उत्पीड़न, जमीन हड़पने जैसे जघन्य अपराधों की घटना मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को छह सूत्री ज्ञापन भेजा है।
ज्ञापन में पीड़िताओं को शीघ्र न्याय दिलाने, जांच का जिम्मा केंद्रीय एजेंसियों को देने, पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाने, घटना की वास्तविकता को सामने लाने हेतु पीड़िताओं एवं साक्षियों हेतु सुरक्षित एवं सुगम हेल्पलाइन नंबर जारी करने, न्याय की सुगमता सुनिश्चित करने हेतु पीड़िताओं को नि:शुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने, भयावह घटना से शीघ्र उबरने हेतु मनोचिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराने एवं संदेशखाली को भयमुक्त बनाने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की गई है।
संदेशखाली की वीभत्स घटना के विरुद्ध अभाविप के नेतृत्व में देशभर के 250 विश्वविद्यालय परिसरों सहित 450 से ज्यादा जिलों के कुल 910 स्थानों पर लाखों छात्र-छात्राओं ने आक्रोश प्रकट कर कार्रवाई की मांग की है। अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा, ‘‘राज्य सरकार के साथ अपराधियों का गठजोड़ न केवल पीड़ित महिलाओं को न्याय मिलने में बाधक है, बल्कि संदेशखाली में असुरक्षा की भावना भी भर रहा है। पीड़ित महिलाओं को न्याय सुनिश्चित कराने एवं संदेशखाली में वातावरण सामान्य करने हेतु अभाविप ने महामहिम राष्ट्रपति जी को जो ज्ञापन प्रेषित किया है, आशा है उस पर शीघ्र कार्रवाई होगी।’’
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