देहरादून: उत्तराखंड में वनों में लगी आग को बुझाने के लिए वायुसेना के एम 17 हेलीकॉप्टर ने भीमताल झील से पानी लेकर भवाली के जंगल की आग पर बरसाया। ये आग भवाली के वायुसेना परिसर तक न पहुंचे इसको लेकर वायुसेना ने ये प्रयास किया। जंगल की आग नैनीताल हाई कोर्ट की कॉलोनी तक पहुंच जाने के बाद सेना की मदद लेनी पड़ी है। सेना के जवानों ने यहां पहुंच कर आग को काबू करने का प्रयास किया।
तेज गर्मी के कारण फैली पहाड़ों में जंगल की आग को लगाने के आरोप में तीन युवकों को भी वन विभाग और पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा है। नैनीताल भवाली रोड पर भीषण आग लगे होने से मार्ग पर आवाजाही भी प्रभावित हो रही है। आग की लपटे तेज हवाओं के कारण कभी कभी विकराल रूप धारण कर रही है। नैनीताल झील से फायर ब्रिगेड पानी लाकर यहां जंगल में फेंक रहे है।
उल्लेखनीय है पहाड़ों में जंगल की आग इस साल तेज हवाओं और गर्मी की वजहों से फैली हुई है। आज बुझाने के मानवीय प्रयास ही होते है जो कि नाकाफी साबित होते रहे है। आग बुझने के लिए बारिश का इंतजार किया जाता है। आज गढ़वाल क्षेत्र में कई स्थानों पर बारिश हो जाने से जंगल की आग को काबू पाने में कामयाबी मिली है।
कुमायूं के जंगल अभी भी धधक रहे हैं, हजारों हेक्टेयर में जंगल की आग अलग-अलग स्थानों में लगी हुई है। वन विभाग इस पर काबू पाने में बेबस दिखाई दे रहा है। इस बार समय से फायर लाइन नही बनने और चीड़ के सूखे पत्तो पिरूल को नही उठाने से भी आग ने भयावह रूप लिया।
नैनीताल जिले में फॉरेस्ट और आपदा प्रबंधन से जुड़े 5 सौ से अधिक कर्मियों को आज बुझाने के काम पर लगाया गया है। सेना वायु सेना के जवान भी आग बुझाने के काम पर लगे हुए है।
सीएम धामी ने ली हल्द्वानी में बैठक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी फॉरेस्ट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में फॉरेस्ट और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक लेकर जंगल की आग की घटनाओं की समीक्षा की। उन्होंने फॉरेस्ट अधिकारियों को कमरों से निकलकर जंगल की आग बुझाने की चिंता करने की हिदायत देते हुए कहा कि ये वक्त आपदा का है ऐसे में फॉरेस्ट अधिकारियों को मौके पर जाकर आग बुझाने के अभियान को अपना नेतृत्व देना चाहिए।
इससे पूर्व सीएम धामी ने देहरादून से हल्द्वानी आते वक्त जंगल की आग का हेलीकॉप्टर से सर्वेक्षण भी किया। सीएम धामी ने जिला प्रशासन, वन विभाग, पुलिस, आपदा प्रबंधन को आपस में समन्वय बना कर इस आपदा से निपटने के लिए काम करने पर जोर दिया। वहीं मुख्यमंत्री धामी ने जंगल की आग आपदा में सेना की मदद लिए जाने की बात भी कही और ये भी चेताया कि हेलीकॉप्टर की हवा से आग फैलने का भी भय रहता है।
उन्होंने कहा कि आग लगाने वाले तत्वों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए क्योंकि बिना मानव की हरकत के जंगल में आग नहीं लग सकती। बैठक में कुमायूं आयुक्त दीपक रावत, डीएम वंदना सिंह, डीआईजी योगेंद्र रावत, एसएसपी प्रह्लाद मीणा, फॉरेस्ट के वरिष्ठ अधिकारी आदि मौजूद रहे।
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