भारत का पड़ोसी जिहादी सोच का जिन्ना का देश एक बार फिर से बेनकाब हुआ है। उसका यह झूठ बेपर्दा हुआ है कि ‘आतंकवादी मसूद अजहर पाकिस्तान में नहीं है वह अफगानिस्तान में छुपा बैठा है’। और पाकिस्तान के इस झूठ से पर्दा उठाने वाला भी खुद मसूद अजहर ही है। उसने पाकिस्तान में फिर से लोगों के सामने आने और उनके सवालों का खुद जवाब देने की घोषणा की है।
भारत शुरू से ही कहता आ रहा है कि जिहादी अजहर को पाकिस्तान ने ही अपने यहां छुपा रखा है, लेकिन पाकिस्तान इससे मुकरता आ रहा था। कुछ समय से तो उसने यह कहना शुरू कर दिया था कि अजहर अफगानिस्तान में छुपा है। भारत का मोस्ट वांटेड जिहादी सरगना मसूद अजहर अब अपने पाकिस्तान में ही होने की घोषणा कर चुका है, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तान इस पर क्या सफाई देता है या क्या नया झूठ बोलता है।
जिहादी मसूद ने एक आनलाइन सेवा शुरू करके घोषणा की है कि वह सुबह से दोपहर तक अपने चाहने वालो के सवाल सुनेगा और उनका जवाब भी देगा। जिहादी मसूद अजहर ने इस काम के लिए बाकायदा मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक कर दिए हैं।
जिन्ना का देश दुनिया भर में जिहादियों का पालना माना जाता है। वहां आतंकी प्रशिक्षण कैंप चलते हैं जिन पर भारत ने कई बार प्रहार किए हैं। पाकिस्तान में इस्लामी आतंकवादी गुट और उनके सरगना खुलेआम रह रहे हैं। भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी सरगना हाफिज सईद और मसूद अजहर वहीं हैं, यह बात भारत ने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों से उठाई है लेकिन पाकिस्तान हमेशा से सच को नकारता रहा है और एफएटीएफ की नजरों से बचने के लिए कुछ संगठनों पर दिखावटी प्रतिबंध लगा चुका है। लेकिन वही संगठन नए फर्जी नाम से अपने जिहादी षड्यंत्रों में लगे रहे हैं।
मसूद अजहर का नाम संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल है। लेकिन अब यही आतंकी अजहर रोजना अपने जिहादी सोच वाले कट्टरपंथी तत्वों से सीधे बात करने की घोषणा कर रहा है तो इसके मायने क्या हैं, यह पाकिस्तान भी बखूबी समझ गया होगा।
मसूद का जिहादी गुट है जैश-ए-मोहम्मद, इसी ने अपने सोशल मीडिया चैनल के माध्यम से दो दिन पहले घोषणा की है कि अब वह सवाल—जवाबों की आनलाइन सेवा शुरू करने जा रहा है। इसके लिए फलां फलां नम्बरों पर कॉल की जा सकती है। वैसे सार्वजनिक रूप से जिहादी मसूद अजहर दस साल पहले आखिरी बार दिखा था। अभी दो साल नहीं हुआ जब पाकिस्तान ने झूठा दावा किया था कि मसूद पाकिस्तान में नहीं है, वह अफगानिस्तान में तालिबान की हिफाजत में छुपा बैठा है।
मसूद अजहर की इस तरह पाकिस्तान को बेपर्दा करने की हरकत को लेकर पाकिस्तान में विशेषज्ञों में चर्चा शुरू हो चुकी है। पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी का कहना है ‘आतंकवाद के लिए चर्चा में रहा फरार आतंकी मसूद अज़हर फिर से सिर उठाता दिखता है। क्या पाकिस्तान के अधिकारी उसे फिर से अपनी शर्मिंदगी की वजह साबित होने देंगे?’
लेकिन जैश-ए-मोहम्मद के मीडिया दफ्तर ने जो बयान जारी किया है उसने ही जिन्ना के देश की पोल खोल दी है। इस बयान से साफ है कि जिहादी मसूद पाकिस्तान में ही कहीं मौज कर रहा है। जैश-ए-मोहम्मद ने जो आनलाइन सेवा शुरू की है उसे नाम दिया है—’आस्क मी एनीथिंग’। इसके साथ ही दो मोबाइल नंबर भी दिए गए हैं जो पाकिस्तान के हैं। बयान में कहा गया है कि जैश के चाहने वाले टेलीग्राम, व्हाट्सएप तथा टेक्स्ट मैसेज करके इस सेवा के जरिए अपने सवाल भेजें। ‘सवालों का जवाब मसूद अजहर हर रोज सुबह 9 से 10 बजे तथा दोपहर 3 से 4 बजे के मध्य देंगे।’
मसूद अजहर की इस तरह पाकिस्तान को बेपर्दा करने की हरकत को लेकर पाकिस्तान में विशेषज्ञों में चर्चा शुरू हो चुकी है। पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी का कहना है ‘आतंकवाद के लिए चर्चा में रहा फरार आतंकी मसूद अज़हर फिर से सिर उठाता दिखता है। क्या पाकिस्तान के अधिकारी उसे फिर से अपनी शर्मिंदगी की वजह साबित होने देंगे?’
भारत के एक पूर्व गुप्तचर अधिकारी का कहना है कि मसूद अजहर की तरफ से ऐसी घोषणा से लगता है जैसे जैश-ए-मोहम्मद यह पता लगाना चाहता हो कि महीनों से अफरातफरी से कमजोर हो चुकी पाकिस्तान की सरकार एक जिहादी को फिर से सबके सामने आने से रोकने की जुर्रत दिखा सकेगी? यह वही मसूद अजहर ने जिसने 2019 में जम्मू कश्मीर में पुलवामा में जिहादी हमले की साजिश तैयार की थी। यही मसूद 2001 में जम्मू कश्मीर विधानसभा पर और बाद में नई दिल्ली में संसद पर हमले में भी शामिल रहा था।
पठानकोट में भारतीय वायु सेना अड्डे पर भी जैश-ए-मोहम्मद गुट ने हमला बोला था। उस हमले के बाद पाकिस्तान के पंजाब सूबे की सरकार ने कहा था कि मसूद अजहर को हिरासत लिया गया है। लेकिन इस दावे के एक साल बाद, पाकिस्तान के एक न्यायालय ने मसूद अजहर को फरार बता दिया था।
टिप्पणियाँ