नाम है मारिया। रहने वाली हैं यूक्रेन की, जिसका रूस के साथ युद्ध चल रहा है। मारिया, भारत में आयुर्वेद पर रिसर्च करने के लिए आई थी, यहां भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के बारे में जाना। कई साल तक सनातन धर्म और आयुर्वेद के बारे स्टडी करने के बाद आखिरकार मारिया ने सनातन धर्म में अपना लिया।
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रिपोर्ट के मुताबिक, मारिया ने बीते सोमवार को हरियाणा के हलुवास गेट स्थित एक आश्रम में उन्होंने वैदिक विधि से हिन्दू धर्म अपना लिया। इसी के साथ मारिया ने अपना नाम बदलकर कर्णेश्वरी रख लिया। इसको लेकर महामंडलेश्वर संगम गिरि महाराज बताते हैं कि सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए वो ब्रिटेन, यूक्रेन और जर्मनी समेत कई देशों में जाते रहते हैं, जहां उनके कई शिष्य बने हुए हैं। हिन्दू संत के मुताबिक, वर्ष 2016 में मारिया युद्ध ग्रस्त यूक्रेन से आयुर्वेद पर शोध करने के लिए आती हैं।
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इसी शोध के दौरान उन्हें भारतीय संस्कृति और आयुर्वेद दोनों के ही बारे में जानने का मौका मिला। एक बेटा और बेटी की मां कर्णेश्वरी ने आखिरकार सनातन धर्म अपना लिया। घर वापसी के बाद मारिया ने बताया कि अपने गुरू के मार्गदर्शन में उन्होंने भारतीय संस्कृति को करीब से जाना। मारिया का कहना यूक्रेन वापस जाने के बाद वह वहां के लोगों को सनातन धर्म की महानता के बारे में बताएंगी। मारिया ये भी बताती हैं कि कोरोना काल के दौरान वो चार माह तक भारत में ही रहीं और यहीं रह कर भारतीय संस्कृति के बारे में अच्छे से स्टडी की।
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