ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली महिला स्वास्तिका चंद्रा के अकाउंट को Uber ने उनके नाम की वजह से बैन कर दिया। हालांकि, करीब पांच महीने बाद Uber ने उनसे माफी मांगते हुए अकाउंट ऐक्टिव कर दिया है।
दरअसल स्वास्तिका ने पिछले साल Uber Eats ऐप की मदद से ऑनलाइन खाना मंगवाने की कोशिश की, जब उनका नाम पूछा गया। उन्होंने जैसे ही अपना नाम एंटर किया उन्हें स्क्रीन पर एक पॉप-अप नोटिफिकेशन दिखाया गया जिसमे लिखा था कि उन्होंने Uber की पॉलिसी का उल्लंघन किया है और यह नाम आपत्तिजनक है। इसके बाद स्वास्तिका ने इस पूरे घटनाक्रम के बारे में A Current Affair (ACA) को बताया।
Uber ने स्वास्तिका को आपत्तिजनक क्यों माना
बता दें कि स्वास्तिका का नाम संस्कृत भाषा से जुड़ा है, जो समृद्धि और सौभाग्य के प्रतीक स्वास्तिक को दर्शाता है। Uber ने इस शब्द को एडोल्फ हिटलर और नाजी के प्रतीक से जोड़ते हुए आपत्तिजनक बता दिया और गलत माना लिया था।
स्वास्तिका ने जताई नाराजगी
स्वास्तिका ने साफ किया कि हिंदू धर्म के अलावा एशिया में जैन और बौद्ध धर्मों में भी स्वास्तिक का ऐतिहासिक महत्व है। उन्हें यह नाम फिजी में मिला था, जहां वे पली-बढ़ीं और जहां बड़ी संख्या में भारतीय आबादी रहती है।
उन्होंने कहा- “Uber को नहीं पता कि हिंदू इस प्रतीक का इस्तेमाल हिटलर की ओर से इसके गलत इस्तेमाल के हजारों साल पहले से करते आ रहे हैं।” स्वास्तिका ने कहा, “मुझे अपने नाम पर गर्व है। मुझे इसके साथ मिलने वाली सकारात्मकता पर विश्वास है और मैं इसे किसी के लिए भी नहीं बदलने वाली।”
गलती मानते हुए Uber ने मांगी माफी
वहीं इस पूरे मामले में को पांच महीने बीत जाने के बाद हिंदू काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स अटॉर्नी जनरल ने हस्तक्षेप किया जिसके बाद Uber ने स्वास्तिका से माफ़ी मांगते हुए उनका अकाउंट ऐक्टिव कर दिया. Uber ने स्वास्तिका से कहा- “हम मिस चंद्रा से उन्हें हुई परेशानी के लिए माफी मांगते हैं और इस मामले को रिव्यू करने के दौरान उनके धैर्य की सराहना करते हैं, जिसमें हमारी उम्मीद से ज्यादा वक्त लग गया।”
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