उत्तराखंड : कांग्रेस समर्थक मतदाताओं में हताशा और निराशा के कारण गिरा मत प्रतिशत
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

उत्तराखंड : कांग्रेस समर्थक मतदाताओं में हताशा और निराशा के कारण गिरा मत प्रतिशत

वोटिंग प्रतिशत गिरना केवल उत्तराखंड में ही नही अन्य राज्यों में भी गिरा

by दिनेश मानसेरा
Apr 20, 2024, 12:03 pm IST
in उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

उत्तराखंड ब्यूरो / देहरादून । उत्तराखंड में मत प्रतिशत गिरने की वजह बहुत सी सामने आ रही है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने इस बार मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया लेकिन इसके बावजूद वोटिंग प्रतिशत पिछली बार की तुलना में भी गिर गया।

कांग्रेस समर्थक वोटर्स में दिखी निराशा

राजनीतिक समीक्षकों ने इस बारे में मंथन किया है। सबसे बड़ा कारण विपक्षी दल कांग्रेस, समर्थक कार्यकर्ताओं  के रूप में सामने आया है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस कार्यकर्ता हताश निराश थे उन्होंने पहले ही अपने हथियार डाल दिए थे कि इस बार कांग्रेस के न तो प्रत्याशियों में दम दिखाई दिया और न ही उनके हाई कमान ने चुनाव को गंभीरता से लिया। जिस तरह से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने चुनाव से पूर्व, पार्टी को छोड़ना शुरू किया था उससे पार्टी की हालत और भी कमजोर हो गई। यही वजह थी कि कांग्रेस समर्थक वोटर हताश निराश में वोट डालने नही निकले। यहां तक की उनके बूथ पर पोलिंग एजेंट तक नहीं थे। बूथ पर कार्यकर्ता तब टिकता है जब उसके खाने पीने बैठने की उचित व्यवस्था हो जोकि नही के बराबर थी।

मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में नही दिखा उत्साह

कांग्रेस के वोट बैंक माने जाते मुस्लिम बाहुल्य इलाके में भी भी यही निराशा रही कि कांग्रेस में दम नहीं है, मुस्लिम बीजेपी को वो वोट देना नही चाहते। राजनीतिक समीक्षकों को  ये उम्मीद थी कि जुम्मे की नमाज के  बाद मुस्लिम वोटर वोट डालने के लिए निकलेंगे लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं, मुस्लिम क्षेत्रों के पोलिंग बूथ जो कि आम तौर पर लंबी कतारों के लिए जाने जाते थे वहां इस बार दोपहर बाद सन्नाटा पसरा रहा। यहां होने वाली पोलिंग आम तौर पर मत प्रतिशत को बढ़ाती रही है। लेकिन इस बार शायद ही किसी बूथ पर साठ फीसदी मतदान हुआ हो।

राजनीतिक जानकर ये मानते आए है कि परिवर्तन की अवस्था में पोलिंग ज्यादा होती है। इसलिए रिपीट होने की दशा में पोलिंग कम होती है। यानि बीजेपी या मोदी सत्ता में वापसी कर रहे है इस लिए भी पोलिंग कम हुई और बीजेपी का कैडर वोट पड़ गया।

हर चुनाव के बहाने

कुछ लोग कहते है कि चार दिन के वीकेंड को वजह से अभिजात्य वर्ग के कुछ वोटर बाहर निकल गए, लेकिन ये विषय हर चुनाव में होता है  ये वर्ग पहले भी बाहर निकल जाता था इस बार भी छुट्टी पर निकल गया तो कोई नई बात नही हुई । मतदान के दिन विवाह समारोह बहुत थे इसलिए लोग बाहर निकल गए। निजी नौकरी पेशे में लगे युवा वर्ग में वोट के प्रति कोई रुचि नहीं रहती। इसी तरह गर्मी थी, प्रचार फीका रहा ऐसा अब हर बार हो रहा है। इसमें भी कोई नई बात नही रही।

अति प्रचार

एक समीक्षक ने ये जरूर कहा कि आएगा तो मोदी ही, मोदी अति प्रचार, भी मत प्रतिशत गिरने की एक वजह है। बीजेपी ने ज्यादा प्रचार कर दिया इसके विपरीत कांग्रेस और अन्य दलों ने प्रचार बहुत ही कम किया, इससे वोटर्स में एक बात गहरा गई कि कांग्रेस सत्ता में नही लौट पाएगी।

बूथ प्रबंधन में खामी

ऐसा भी बताया  गया कि बीजेपी हो या कांग्रेस जिन पार्षदों ने दोबारा चुनाव नही लड़ना उन्होंने काम नही किया। उल्लेखनीय है कि स्थानीय निकाय का कार्यकाल लोकसभा चुनाव से पहले ही समाप्त हो गया था, बीजेपी के पन्ना प्रमुख सोशल मीडिया में ज्यादा दिखे, फील्ड पर कम दिखाई दिए, ऐसा बीजेपी के चुनाव प्रबंधन में भी खामी बताई गई।

ये भी जानकारी में आया कि निर्वाचन आयोग ने पोलिंग पर्ची को घर घर खुद ही पहुंचा दिया, जबकि पूर्व में बीजेपी ,कांग्रेस या अन्य दलों के बूथ एजेंट ये काम करते थे जिससे उनका वोटर के साथ आत्मीय भावनात्मक संबंध भी बनते थे।

सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों में भी नही दिखा उत्साह

एक बेहद रोचक जानकारी ये भी सामने आई है कि तमाम कोशिशों के बावजूद, सरकार से मोटा वेतन लेने वाले  सरकारी कर्मचारी वर्ग ने भी मतदान करने में रुचि नहीं दिखाई, यदि सरकार के कर्मचारियों, निगम कर्मियों के हाथ पर ध्यान दे तो उनकी उंगली पर वोट स्याही का निशान नहीं मिलेगा। ऐसा क्यों हुआ ? क्या सरकार के प्रति नौकरशाही में नाराजगी थी या मतदान के प्रति उदासीनता?

बरहाल मत प्रतिशत गिरने से राजनीतिक समीक्षक और राजनीतिक दलों के नेता इस और जरूर माथा पची करने में लगे है आखिर क्या क्या कारण रहे कि मतदान कम हुआ और इसका चुनाव परिणामों में क्या असर पड़ेगा।

Topics: Reason for falling vote percentageuttarakhand newsउत्तराखंड समाचारउत्तराखंड कांग्रेसUttarakhand Congressउत्तराखंडUttarakhandलोकसभा चुनाव 2024Lok Sabha Elections 2024मत प्रतिशत गिरने का कारण
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक तस्वीर

नैनीताल प्रशासन अतिक्रमणकारियों को फिर जारी करेगा नोटिस, दुष्कर्म मामले के चलते रोकी गई थी कार्रवाई

pushkar singh dhami

उत्तराखंड : सीएम धामी ने चारधाम और बांधों की सुरक्षा बढ़ाने के दिए निर्देश, अलर्ट मोड पर अधिकारी

गंगनानी में हेलीकॉप्टर क्रैश

ब्रेकिंग न्यूज: गंगनानी में हेलीकॉप्टर क्रैश, 6 लोगों की मौत, एक की हालत गंभीर

उत्तराखंड बना वेडिंग हब! : जहां हुआ शिव-पार्वती विवाह वहां पर संपन्न हुए 500+ विवाह, कई विदेशी जोड़ों पसंदीदा डेस्टिनेशन

उत्तराखंड में अवैध मदरसे को किया गया सील

5 और अवैध मदरसे सील, उत्तराखंड में 200 से ज्यादा अवैध मदरसों पर हुआ एक्शन

आरोपी

नैनीताल नाबालिग रेप कांड के आरोपी पर मुस्लिम समाज के कड़े फैसले

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

महाराणा प्रताप और राणा पूंजा: हल्दीघाटी की विजयगाथा और भारत के स्वाभिमान का प्रतीक

लेफ्टिनेंट जनरल एमके दास, पीवीएसएम, एसएम
**, वीएसएम (सेवानिवृत्त)

‘वक्त है निर्णायक कार्रवाई का’ : पाकिस्तान ने छेड़ा अघोषित युद्ध, अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचाएगा भारत

पाकिस्तान के मंसूबों का मुंहतोड़ जवाब देती भारत की वायु रक्षा प्रणाली, कैसे काम करते हैं एयर डिफेंस सिस्टम?

काशी विश्वनाथ धाम : ‘कोविलूर टू काशी’ शॉर्ट फिल्म रिलीज, 59 सेकेंड के वीडियो में दिखी 250 साल पुरानी परंपरा

उत्तर-दक्षिण भारत के सांस्कृतिक सेतु

पश्चिमी कृपा का आनंद लेने वाला पाकिस्तान बना वैश्विक आतंकवाद का केंद्र : मेलिसा चेन

कुमार विश्वास ने की बलूचिस्तान के आजादी की प्रार्थना, कहा- यही है पाकिस्तान से छुटकारा पाने का सही समय

‘ऑपरेशन सिंदूर’ युद्ध नहीं, भारत की आत्मा का प्रतिकार है : जब राष्ट्र की अस्मिता ही अस्त्र बन जाए!

यह युद्ध नहीं, राष्ट्र का आत्मसम्मान है! : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ऑपरेशन सिंदूर को सराहा, देशवासियों से की बड़ी अपील

शाहिद खट्टर ने पीएम शहबाज शरीफ को बताया गीदड़

मोदी का नाम लेने से कांपते हैं, पाक सांसद ने पीएम शहबाज शरीफ को बताया गीदड़

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies