लोकसभा चुनाव-2024 के तहत कल (19 अप्रैल 2024) को पहले चरण का मतदान होना है, लेकिन उससे पहले आम आदमी पार्टी को एक बार फिर से करारा झटका लगा है। दिल्ली वक्फ बोर्ड में घोटाले के आरोपी AAP के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान को प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार की रात को गिरफ्तार कर लिया है।
अमानतुल्लाह खान को वक्फ बोर्ड में नियुक्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया है। AAP विधायक के खिलाफ PMLA यानि कि मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कार्रवाई की गई है।
खान की पिछले सप्ताह ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत याचिका खारिज हो गई थी, जिसके बाद उसने सरेंडर कर दिया था।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि AAP विधायक पर आरोप है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष रहते हुए वक्फ बोर्ड में नियुक्तियां करने को लेकर उन्होंने गड़बड़ियां की थीं। सुप्रीम कोर्ट ने खान को 18 अप्रैल को शामिल होने के निर्देश के साथ जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया था। आप विधायक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एक और दिल्ली पुलिस की तीन शिकायतों से जुड़ा हुआ है। इसी मामले में ईडी की टीम ने खान के ठिकानों पर छापेमारी करके ये दावा किया था कि 2018 से 2022 तक जब अमानतुल्लाह खान दिल्ली वक्फ बोर्ड अध्यक्ष थे, तो उन्होंने गैरकानूनी तरीके से नियुक्तियां करके पैसे लिए थे। बाद में इन पैसों को खान ने अपने करीबियों के नामों दिल्ली में विभिन्न संपत्तियों की खरीद में निवेश किया था।
आप विधायक के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी ने अमानतुल्लाह खान से जुड़े कई साक्ष्यों के रूप में कई आपत्तिजनक सामग्रियों को जब्त किया है।
मामले पर AAP की प्रतिक्रिया
वहीं दूसरी ओर AAP की ओर से एक बयान जारी कर कहा कि एजेंसी ने जनवरी में इस मामले में आरोप पत्र दायर किया था और खान के तीन कथित सहयोगियों – जीशान हैदर, दाउद नासिर और जावेद इमाम सिद्दीकी सहित चार लोगों को नामित किया था। इस बीच, आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि यह जांच उन “झूठे मामलों” में से एक थी जो उसकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ दायर किए जा रहे थे।
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