गत दिनों बिहार में बांका जिले के धौरैया प्रखण्ड अंतर्गत अहिरो गांव में बम बनाने के दौरान एक घर में विस्फोट हो गया। यह घर मो. इस्माइल अंसारी का था। हादसे में चार बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, धोरैया में भर्ती कराया गया। वहां प्राथमिक उपचार के उपरांत गंभीर स्थिति को देखते हुए भागलपुर, मायागंज भेज दिया गया। चिकित्सा के क्रम में 12अप्रैल की मध्य रात्रि करीब 12:30 बजे गंभीर रूप से जख्मी इस्माइल अंसारी के पुत्र मो. कुर्बान और 13 अप्रैल की सुबह मो. सद्दाम के पुत्र मो. सनाउल्ला की मौत हो गई, जबकि मो. इस्माइल के पुत्र मुस्तफा (10) और मो. असिशहनाई के पुत्र हनीफ (7) की हालत गंभीर बनी हुई है।
स्थानीय लोगों के अनुसार मो. इस्माइल के घर में बम बनाया जा रहा था। इसी दौरान शाम करीब 6:10 बजे जोरदार धमाका हुआ । धमाका इतना जोरदार था कि काफी दूर तक आवाज सुनाई दी। विशेषज्ञ का मानना है कि बम विस्फोट का मुख्य कारण अत्यधिक मात्रा में बारूद भरना है।
पुलिस ने इस मामले में दो नामजद आरोपियों मो. इस्माइल और नूर मोहम्मद को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपियों आरिफ अंसारी, फारूक अंसारी उर्फ जफीर अंसारी और असगर अंसारी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
मोहल्ला छोड़कर भाग गए थे पुरुष
घायलों के अभिभावक अपने बच्चों के साथ एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचे लेकिन बम विस्फोट के बाद से उस मोहल्ले के सभी पुरुष घर छोड़कर फरार हो गए। धोरैया थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने पुलिस बल के सहयोग से सभी घरों की छानबीन शुरू कर दी। पता चला कि पुलिस के आने की जानकारी के बाद से सभी लोग घर छोड़कर फरार थे। कई घरों में खून के धब्बे के निशान देखे गए। बताया जाता है कि बम से संबंधित सभी सबूत को लेकर लोग भाग गए। अनुमान है कि इस घटना में बच्चों के अलावा बड़े भी जख्मी हैं। इसलिए पुलिस के डर से गांव छोड़कर सब लोग फरार हो गए हैं। इस दौरान पुलिस ने इस्माइल के घर से बंम बनाने की कुछ सामग्री को जब्त किया और कुछ महिलाओं को पूछताछ के लिए धोरैया थाना लाया गया। बम धमाके की जानकारी मिलने पर बौंसी एसडीपीओ अर्चना कुमारी भी अहिरो गांव पहुंचीं।
दो आरोपी गिरफ्तार
घटना के संबंध में अर्चना कुमारी ने बताया कि बम विस्फोट की घटना में अहिरो गांव निवासी मो. इस्माइल तथा नूर मोहम्मद की संलिप्तता पायी गई है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक टोले में हुए बम विस्फोट मामले में थानाध्यक्ष अशोक कुमार के बयान पर धोरैया थाने में पांच लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें बताया गया है कि अहीरो गांव निवासी मोहम्मद इस्माइल, आरिफ अंसारी ,फारूक अंसारी उर्फ जफीर अंसारी, असगर अंसारी तथा नूर मोहम्मद बाहर से बम और बम बनाने की सामग्री मंगवाते थे। शुक्रवार को मोहम्मद इस्माइल के घर के सामने चार बच्चे खेल रहे थे। तभी अचानक बम विस्फोट हो गया, जिसमें चार बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
घटना के बाद पुलिस ने मोहम्मद इस्माइल के घर की तलाशी ली, जहां झोपड़ीनुमा मिट्टी के रसोई घर से कागज में लपेटा हुआ बारूद, महीन गिट्टी, कांच का महीन टुकड़ा, सल्फर जैसा पाउडर और लकड़ी एवं प्लास्टिक के दो ढक्कन से बना एक तराजू तथा हरे रंग का पाउडर बरामद किया गया। एसडीपीओ ने बताया कि बम बनाने में प्रयुक्त सामग्री को जब्त किया गया। इस संबंध में धौरैया थाने में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर दोनों आरोपितों को बांका जेल भेज दिया गया है। घटना के बाद 13 अप्रैल को एफएसएल टीम भी जांच के लिए अहिरो गांव पहुंची।
बांका में पहले भी हुआ था बम विस्फोट
इसके पूर्व भी 9 जून, 2021 को बांका में नूर मस्जिद के पास स्थित मदरसे में बम विस्फोट होने से पूरा मदरसा ध्वस्त हो गया था। इस घटना में मदरसे के मौलवी की मौत हो गई थी और कई लोग जख़्मी हुए थे। मौके पर जांच के लिए पहुंची फॉरेंसिक टीम ने पाया था कि मदरसे के अंदर बक्से में बम रखा था जिसके विस्फोट से ही मदरसा उड़ा था। लोक सभा चुनाव को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि कहीं बम धमाकों से बांका को दहलाने कि साजिश तो नहीं रची जा रही थी?
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