भारत के पड़ोस में जिन्न का बनाया देश कंगाल तो हो ही गया है, लगता है उसके नेता भी बौरा गए हैं। तभी तो ईद के अपने संदेश में भी वे कश्मीर को लेकर भारत पर जहर उगलना नहीं भूले। उन्होंने फिर कश्मीर का राग अलापा, फिर वे चाहे राष्ट्रपति जरदारी हों या प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ।
पाकिस्तान में कल यानी बुधवार को ईद मनी। इस मौके पर कंगाल देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने मुबारकी संदेश देते हुए उसमें बेवजह कश्मीर का उल्लेख कर दिया और भारत के विरुद्ध अपने अंदर जमा जहर उगलने लगे। रिवाज के अनुसार आसिफ अली जरदारी तथा शाहबाज शरीफ ने ईद पर देश को मुबारकबाद देने के इस मौके पर भी अपनी घटिया राजनीति का परिचय दिया। उन्होंने फिर कश्मीर का जिक्र किया और वहां के लोगों के लिए टसुए बहाए।
पड़ोसी इस्लामी देश में कल यानी 10 अप्रैल को ईद के मौके पर जहां आम पाकिस्तानी गले लग रहे हैं, बधाइयां दे रहे थे। तो उधर दोनों पाकिस्तानी नेता कश्मीर पर दुष्प्रचार कर रहे थे। अवाम के नाम अपने पैमाग में दोनों ने भारत के लिए खूब बुरा—भला कहा। कश्मीर पर मन में जमा जहर उलीचा। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का पैगाम था कि ईद के मौके पर पाकिस्तानियों को कश्मीरियों को भूलना नहीं चाहिए। जरदारी ने लगे हाथ गाजा तथा फिलिस्तीन के लोगों के प्रति अपना समर्थन जताया।
कंगाल पड़ोसी देश के राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री का ईद का ऐसा पैगाम ऐसे वक्त पर सामने आया है जब पाकिस्तान में रोटी के लाले पड़े हुए है। दिलचस्प बात है कि दोनों नेताओं ने अपनी अवाब को उन लोगों का ध्यान करने को कहा ‘जो तंगहाली में जी रहे हैं’। आर्थिक मुसीबतों के अलावा पाकिस्तान टीटीपी के लड़ाकों के हाथों भी बुरी तरह पिट रहा है। उसके कई सैनिक मारे गए हैं। आज पाकिस्तान के नेताओं को याद आ रहा होगा कि जिस असुर को वे पालते आ रहे हैं वही अब उन्हें भी सताने लगा है।
अपने देश और पूरे मुस्लिम जगत को ईद की बधाई दी और कश्मीर पर पाकिस्तान एजेंडे का उल्लेख किया कि खुशी के इस मौके पर हमें अवैध तरीके से कब्जाए हुए जम्मू-कश्मीर के लोगों को भूलना नहीं चाहिए। पाकिस्तान का हर बंदा अपने कश्मीरी भाइयों—बहनों के साथ खड़ा हुआ है।
इसी तरह प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भी ईद पर अपने संदेश में दुनिया के मुसलमानों से अपील की कि सब अपने फिलिस्तीनी तथा कश्मीरी भाइयों—बहनों को याद रखें जो कब्जा करने वाली ताकतों के अत्याचारों को झेल रहे हैं, ऐसे में ईद पर खुशी भी नहीं मना पा रहे।
कंगाल पड़ोसी देश के राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री का ईद का ऐसा पैगाम ऐसे वक्त पर सामने आया है जब पाकिस्तान में रोटी के लाले पड़े हुए है। दिलचस्प बात है कि दोनों नेताओं ने अपनी अवाब को उन लोगों का ध्यान करने को कहा ‘जो तंगहाली में जी रहे हैं’। आर्थिक मुसीबतों के अलावा पाकिस्तान टीटीपी के लड़ाकों के हाथों भी बुरी तरह पिट रहा है। उसके कई सैनिक मारे गए हैं। आज पाकिस्तान के नेताओं को याद आ रहा होगा कि जिस असुर को वे पालते आ रहे हैं वही अब उन्हें भी सताने लगा है।
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