लोकसभा चुनाव होने में बस अब कुछ ही दिन शेष हैं। ऐसे में विपक्ष और लेफ्ट-लिबरलों द्वारा गढ़े जा रहे ‘लोकतंत्र खतरे में’ और तानाशाही के नरैटिव को पीएम मोदी ने ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने अमेरिका की वीकली मैगजीन ‘न्यूजवीक’ को दिए इंटरव्यू में स्पष्ट कहा कि भारत केवल इसलिए लोकतांत्रिक देश नहीं है, क्योंकि भारतीय संविधान ऐसा कहता है, बल्कि लोकतंत्र भारत के जीन में बसता है।
पीएम मोदी कहते हैं कि भारत लोकतंत्र की जननी है, फिर चाहे वो तमिलनाडु के उत्तरामेरुर हो, जहां आप 1100 से 1200 वर्ष पुराने लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर लिखे गए शिलालेख को पढ़ सकते हैं। या फिर हमारे धर्मग्रन्थ हों, जिनमें सलाहकार निकायों के द्वारा किस तरह से राजनीतिक शक्तियों का इस्तेमाल हो इसका उदाहरण है। हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र के साथ कार्य करती है।
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लोकतंत्र पर सवाल उठाने वाले अलग ही दुनिया में रहते हैं
न्यूजवीक के साथ बात करते हुए प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र को खतरे में बताने वाले भारत के विपक्ष और पश्चिमी देशों के प्रोपेगेंडा पर तगड़ा प्रहार किया। उन्होंने उन सभी आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें लोकतंत्र खतरे में है और भारत में बोलने की आजादी है जैसे नरैटिव गढ़े जा रहे थे। पीएम मोदी ने कहा, “भारत और पश्चिम में कुछ लोग हैं, जिन्होंने भारत के लोगों के साथ अपनी विचार प्रक्रियाओं, भावनाओं और आकांक्षाओं को खो दिया है। इस तरह के लोग अलग ही दुनिया में रहते हैं, जो कि मीडिया की स्वतंत्रता कम होने के संदिग्ध दावों के साथ अपनी असंगति को आम लोगों के साथ जोड़कर देखते हैं।”
अल्पसंख्यकों को खतरे में बताने वाले झूठ का पर्दाफाश
इंटरव्यूज के दौरान न्यूजवीक के संपादकों ने भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किए जाने का मुद्दा उठाया। इसका जबाव देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस तरह के आरोप ऐसे लोग लगाते हैं, जो कि अपने बुलबुले के बाहर लोगों से मिलने की जहमत ही नहीं उठाते हैं। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार हमारी सरकार एक ऐसा अद्वितीय दृष्टिकोण लेकर आई है, जिसमें सरकार की योजनाओं को किसी समुदाय विशेष या फिर एक भू-भाग तक सीमित रखने की बजाय सभी को समावेशित किया गया है।
प्रधानमंत्री कहते हैं कि अब तो देश का अल्पसंख्यक समुदाय भी इस बात को स्वीकार नहीं करता है कि अल्पसंख्यकों पर किसी तरह का अत्याचार किया जा रहा है। मुस्लिम, ईसाई, जैन, सिख और पारसी जैसे सभी अल्पसंख्यक भारत में खुशी के साथ रहते हैं और फल-फूल रहे हैं।
गौरतलब है कि अमेरिकी मैगजीन ने पीएम मोदी को अपने कवर पैज पर जगह दी है। साथ ही उन्हें ‘अनस्टॉपेबल’ यानि कि जिसे रोका न जा सके बताया है।
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