नई दिल्ली । राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट मामले में सोशल मीडिया और मीडिया के कुछ हलकों में किए जा रहे दावों का खंडन करते हुए कहा कि मामले में किसी नए आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का इशारा उन झूठे दावों पर था जिनमें कहा गया था कि रामेश्चर कैफे ब्लास्ट मामले में शुक्रवार को आरोपित के तौर पर भाजपा कार्यकर्ता की गिरफ्तारी की गई है।
एनआईए ने एक विज्ञप्ति में स्पष्ट किया है कि मामले में कोई नई गिरफ्तारी नहीं हुई है। एजेंसी ने अफवाह फैलाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे भ्रामक जानकारी न फैलाएं इससे जांच पर असर पड़ेगा। साथ ही कहा है कि मामले की जांच के दौरान आरोपितों से किसी तरह से भी संबंधित लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है।
एनआईए ने जारी एक बयान में कहा है कि रामेश्चवर कैफे ब्लास्ट मामले में चिक्कमगलुरु, खालसा निवासी मुजम्मिल शरीफ ने मुख्य आरोपित व्यक्तियों को रसद सहायता प्रदान की थी। उसे 26 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में मुख्य अभियुक्त मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मतीन ताहा के तौर पर पहचान हुई थी। ये शिवमाेगा के रहनेवाले हैं।
एनआईए के मुताबिक इन दानों की गिरफ्तारी के लिए 29 नवंबर को कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तरप्रदेश में 18 जगहों पर छापेमारी की थी। इनकी गिरफ्तारी को लेकर दस-दस लाख रुपये के इनाम देने की घोषणा की जा चुकी है।
टिप्पणियाँ