नई दिल्ली । भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) पर भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने समुद्र में अपनी मछली पकड़ने वाली नाव पर फंसे 27 बांग्लादेशी मछुआरों को बचाकर बांग्लादेश को सौंप दिया है। जांच के दौरान पता चला कि नाव का स्टीयरिंग गियर पिछले दो दिनों से खराब था और तभी से नाव भारतीय जल सीमा में बह रही थी।
भारतीय तटरक्षक जहाज अमोघ ने गुरुवार की रात लगभग 11.30 बजे गश्त के दौरान एक बांग्लादेशी मछली पकड़ने वाली नाव (बीएफबी) सागर II को भारतीय जल क्षेत्र में बहते हुए देखा। इस पर आईसीजी जहाज ने जांच के लिए बोर्डिंग टीम उतारी। नाव में 27 चालक दल और मछुआरे सवार थे। भारतीय तटरक्षक की तकनीकी टीम ने खराबी की पहचान करके उसे ठीक करने की कोशिश की, लेकिन नाव का पतवार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था, इसलिए समुद्र में इसकी मरम्मत नहीं की जा सकी।
इसके बाद संकटग्रस्त नाव को भारत-बांग्लादेश आईएमबीएल में खींचकर लाने और अन्य बांग्लादेशी मछली पकड़ने वाली नाव या बांग्लादेश तट रक्षक जहाज को सौंपने का फैसला लिया गया। इस बीच, कोलकाता स्थित भारतीय तटरक्षक क्षेत्रीय मुख्यालय ने बांग्लादेश तटरक्षक बल के साथ संचार स्थापित करके उन्हें जानकारी दी। बांग्लादेश ने अपने तट रक्षक जहाज कमरुज्जमां को बांग्लादेशी मछली पकड़ने वाली नाव को खींचने के लिए तैनात किया गया था। इस पर बीसीजी जहाज कमरुज्जमां 4 अप्रैल को लगभग 06.45 बजे आईएमबीएल के पास पहुंचा। आईसीजीएस अमोघ ने 27 बांग्लादेशी मछुआरों को उनकी नाव के साथ बीसीजी जहाज कमरुज्जमां को सौंप दिया।
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