खाद्य के क्षेत्र में अनूठा कार्य कर रहे गैर सरकारी संगठन अक्षय पात्र फाउंडेशन ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह है फाउंडेशन द्वारा अब तक चार अरब भोजन की थाली परोसने का अद्भुत कारनामा। इस संगठन अक्षय पात्र की इस तप समान उपलब्धि का उत्सव संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन में मनाया जाना एक गौरव की बात है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सम्पन्न एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में यह आनंद का क्षण मनाया। कार्यक्रम का थीम था—’खाद्य सुरक्षा में उपलब्धि: सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में भारत की प्रगति’। इस कार्यक्रम में खाद्य सुरक्षा और पोषण के क्षेत्र में भारत की नीतियों तथा उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी का विशेष संदेश संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने पढ़कर सुनाया। कंबोज ने कहा कि मानवता को पोषण देती तथा भुखमरी को समाप्त करने में यह अनूठी उपलब्धि हमारी उपलब्धि का सबूत देती है। अक्षय पात्र फाउंडेशन असंख्य बच्चों को भोजन उपलब्ध करा चुका है और संगठन यह पक्का कर रहा है कि विश्व के आने वाले कल को सही पोषण प्राप्त हो।
कार्यक्रम का आयोजन बड़े स्तर पर हुआ था। इसमें इंफोसिस के संस्थापक सदस्य नारायणमूर्ति, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी तथा भारतीय सामाजिक संगठन अक्षय पात्र फाउंडेशन के अध्यक्ष मधु पंडित दास सम्मिलित हुए थे। और भी दिलचस्प बात यह कि इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आरे से भेजा विशेष संदेश पढ़ा गया। इसमें मोदी ने अक्षय पात्र को शुभकामनाएं दीं और कहा कि अक्षय पात्र फाउंडेशन की पूरी टीम गर्व करने योग्य है। इस उपलब्धि से बहुत प्रसन्नता हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने चार अरब भोजन परोसने को बेशक एक बहुत बड़ी उपलब्धि की संज्ञा दी।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी का यह विशेष संदेश संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने पढ़कर सुनाया। कंबोज ने कहा कि मानवता को पोषण देती तथा भुखमरी को समाप्त करने में यह अनूठी उपलब्धि हमारी उपलब्धि का सबूत देती है। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में यह भी कहा कि अक्षय पात्र फाउंडेशन असंख्य बच्चों को भोजन उपलब्ध करा चुका है और संगठन यह पक्का कर रहा है कि विश्व के आने वाले कल को सही पोषण प्राप्त हो। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने याद किया कि अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा तीन अरबवां भोजन फरवरी 2019 में वृंदावन में परोसा गया था।
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