झारखंड में अपराध के मामले थम नहीं रहे हैं। पूरे प्रदेश में लूट, हत्या, दुष्कर्म, चोरी, नशाखोरी और नक्सली घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। इसी क्रम में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र से एक जनजातीय समाज की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है।
बरहेट विधानसभा के सुंदरपहाड़ी थाना क्षेत्र के अंतर्गत पहाड़िया समुदाय की एक युवती के साथ 6 लोगों ने मिलकर दुष्कर्म किया है। यह घटना 30 मार्च की है। इसके दूसरे दिन इस मामले की जानकारी ग्रामीणों को हुई। इसके बाद ग्रामीणों ने 31 मार्च को थाना पहुंचकर पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 01 अप्रैल को सदर अस्पताल में पीड़िता का उपचार कराया व 164 के तहत बयान दर्ज किया है।
पीड़िता के अनुसार वह गांव के पास लगे मेले को देखने गई थी। मेला से लौटने के क्रम में एक सुनसान इलाके के पास कुछ मनचले युवक बैठे थे। पीड़िता के वहां पहुंचते ही युवकों ने उसे रोक लिया और उसके साथ जोर जबरदस्ती करने लगे। पीड़िता ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन उनकी संख्या अधिक होने के कारण वह कुछ कर नहीं सकी। पीड़िता ने बताया कि वे लोग 6 आदमी थे। उनमें से वह किसी भी आरोपी को नहीं पहचानती है। इस घटना के बाद पीड़िता की हालत गंभीर हो गई थी। बड़ी मुश्किल से वह अपने गांव पहुंची और अपने परिजनों को पूरे मामले की जानकारी दी। इस घटना से आक्रोशित होकर उसके परिजन और ग्रामीण थाना पहुंचे और मामला दर्ज करवाते हुए पुलिस से जल्दी से जल्दी उन अपराधियों को पकड़ने की मांग की है। पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए सक्रियता दिखाई और मामला दर्ज कर आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। थाना प्रभारी रामसूरत यादव के अनुसार मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है।
गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कांग्रेस और झामुमो शासित झारखंड में जनजातीय महिलाएं दुष्कर्म का शिकार होती आ रही हैं। बांग्लादेशी घुसपैठियों की वजह से इन क्षेत्रों में जनजातीय समाज की संख्या घट रही है। युवतियों की कहीं हत्या कर दी जा रही है, तो किसी के साथ जबरन दुष्कर्म किया जा रहा है। जो सरकार अपने पूर्व मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के आसपास कानून—व्यवस्था नहीं सुधार पा रही है, वह पूरे प्रदेश की कानून—व्यवस्था को कैसे संभाल पाएगी?
यह है झामुमो,कॉंग्रेस शासित झारखंड की कहानी,आदिवासी महिलाएँ बलात्कार की लगातार शिकार हो रही है । यह पूर्व मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी की विधानसभा की खबर है । पूरा संथालपरगना बांग्लादेशी घुसपैठिया के कंट्रोल में है । आदिवासियों की संख्या लगातार घट रही है,बांग्लादेशी महिला के… pic.twitter.com/iefD7iQi3C
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) April 2, 2024
आपको बता दें कि यह इलाका संथाल परगना क्षेत्र में आता है। आसपास के इलाके यानी दुमका, साहिबगंज, गोड्डा, पाकुड़, राजमहल आदि क्षेत्रों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की वजह से कई तरह के अपराधों की खबरें आती रहती हैं। बांग्लादेशी घुसपैठिए पाकुड़ के रास्ते झारखंड में प्रवेश करते हैं और आसपास के क्षेत्र में अपराध की कई घटनाओं को अंजाम देते हैं। विशेष रूप से इनके निशाने पर जनजातीय समाज की बहू-बेटियां और उनकी जमीन होती है। यही कारण है कि इन क्षेत्रों में दुष्कर्म और लव जिहाद की घटनाएं होती रहती हैं।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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