लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए बुरी खबर है। खबर ये है कि आयकर विभाग ने कांग्रेस को 3567 करोड़ रुपए का नोटिस थमा दिया है। कांग्रेस की पुनर्मूल्यांकन रिपोर्ट की कट ऑफ डेट आ गई है। इससे कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। जहां शुक्रवार तक यह राशि 1823 करोड़ रुपए थी। लेकिन, इसके बाद कांग्रेस को तीन और नोटिस मिले, जिसके बाद जुर्माने और ब्याज की ये राशि बढ़ गई।
वहीं इनकम टैक्स विभाग के नोटिस रूपी इस ब्लास्ट के बाद कांग्रेस बिलबिला उठी है। देश की सबसे पुरानी पार्टी के सांसद और वकील विवेक तन्खा ने इसे ‘पागलपन की पराकाष्ठा’ करार दिया है। उन्होंने दावा किया कि पिछले तीन दिनों में कांग्रेस से 3567.3 करोड़ करोड़ रुपए के भारी-भरकम टैक्स की मांग की गई है। कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि इनकम टैक्स विभाग का यह नोटिस हाल ही में कांग्रेस के खातों से बरामद किए गए 135 करोड़ रुपए के अतिरिक्त है।
इसे भी पढ़ें: Indian Navy : भारतीय नौसेना का पराक्रम देख पाकिस्तानियों ने लगाए ‘भारत जिंदाबाद’ के नारे
क्या है नोटिस में
कांग्रेस को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ भेजे गए नोटिस में 2014-15 में 663.05 करोड़ रुपए, 2015-16 में 663.89 करोड़ रुपए और 2016-17 में 417.31 करोड़ रुपए का जिक्र किया गया है। गौरतलब है कि 2023 के अंत तक कांग्रेस ने अपनी संपत्ति की घोषणा करीब 1385 करोड़ रुपए बताया है।
इनकम टैक्स विभाग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची कांग्रेस
इस बीच कांग्रेस ने इनकम टैक्स के द्वारा भेजे गए 135 करोड़ रुपए के नोटिस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले पर कांग्रेस ने 2016 की विशेष अनुमति याचिका के साथ जोड़ने की मांग की है।
1700 करोड़ की वसूली का मिल चुका है नोटिस
गौरतलब है कि इससे पहले 28 मार्च को इनकम टैक्स विभाग ने कांग्रेस को 1700 करोड़ रुपए की वसूली का नोटिस भेजा था। ये नोटिस 2017-18-2021-22 तक के लिए ब्याज और जुर्माने के साथ था। उससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने कांग्रेस की याचिका खारिज कर दिया था।
दरअसल, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट कांग्रेस की आय का पुनर्मूल्यांकन कर रहा है। इसके खिलाफ कांग्रेस ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर चार साल में पुनर्मूल्यांकन किए जाने को चुनौती थी। इस पर सुनवाई करते हुए जस्टिस यशवंत वर्मा और पुरुषेन्द्र कुमार कौरव की खंडपीठ ने इस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।
टिप्पणियाँ