इजरायल हमास युद्ध के बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने ही देश में घिर गए हैं। 5 माह बीतने के बाद भी बंधकों को हमास के कब्जे से पूरी तरह से मुक्त नहीं करा पाने और हॉस्टेज डील कैंसिल होने से लोगों का गुस्सा भड़क गया है। तेल अवीव में सैकड़ों लोगों ने पीएम के घर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। इस बीच बंधकों के परिजनों ने नेतन्याहू को हमास के साथ बंधकों की डील में सबसे बड़ा बाधा बताया है।
बंधकों के परिजनों और रिश्तेदारों ने प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए जानबूझकर अपने राजनीतिक फायदे के लिए समझौते को रोकने का आरोप लगाया है। करीब 15-20 बंधकों के परिवारों ने एक स्वर में नेतन्याहू के खिलाफ काम करने का ऐलान किया। शनिवार को तेल अवीव में इन लोगों के अचानक से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इनमें अयाला मेट्जगर (इनके ससुर योरम मेट्जगर हमास की कैद में हैं), इनाव जंगौकर (बेटा मटन जंगौकर कैद में है) समेत कई अन्य शामिल रहे।
इनाव जंगौकर ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पर निशाना साधते हुए कहा, “हमें इस बात का एहसास हो गया है कि हॉस्टेज डील में आप सबसे बड़ी बाधा हैं।” प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि नेतन्याहू ने जानबूझकर हमास के साथ हॉस्टेज डील में कड़ा रुख अपनाया है। जंगौकर ने आगे कहा, “आप जानबूझकर सौदे को आगे बढ़ने से रोक रहे हैं, आप ही सबसे बड़ी बाधा हैं। इसलिए हम उस बाधा को दूर करने के लिए अपनी पूरी शक्ति के साथ सब कुछ करने के लिए मजबूर हैं। अगर आप को स्टीयरिंग व्हील से तुरंत नहीं हटाया तो हम अपने लोगों को जिंदा नहीं देख पाएंगे।”
जंगौकर ने ऐलान किया कि जनता के साथ मिलकर हम तब तक नहीं रुकेंगे, जबकि आप (बेंजामिन नेतन्याहू) किसी ऐसे नेता को सत्ता नहीं सौंप देते हैं, जो कि हमारे लोगों को गाजा से बचा सके। वहीं मेट्जगर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अब हमारे सामने कोई दूसरा विकल्प ही नहीं छोड़ा है।
काहिरा जा रहा इजरायली प्रतिनिधि मंडल
उल्लेखनीय है कि बंधकों के परिजनों ने ये प्रदर्शन तब किया है जब एक अस्थायी युद्धविराम के समझौते पर पहुंचने के अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों के प्रयासों के बीच एक इजरायली प्रतिनिधिमंडल रविवार को आगे की बातचीत के लिए काहिरा जाने की तैयारी कर रहा था। इस समझौते में बंधकों की रिहाई भी शामिल होगी।
टिप्पणियाँ