अमेरिका में बाल्टीमोर में एक दुर्घटना हुई। एक पुल से एक मालवाहक जहाज टकराया और फिर देखते ही देखते वह पुल ढह गया। यह हादसा बहुत ही दुखद थी और इसे लेकर तमाम प्रतिक्रियाएं भी आईं। यह वीडियो देखने से ही लग रहा था कि जैसे एक नियंत्रण से बाहर हो चुके मालवाहक जहाज के कारण ऐसा हुआ, और इसके कारण लगभग 6 लोगों के देहांत का भी समाचार है।
वीडियो में दिख रहा है कि कैसे जहाज अनियंत्रित हो जाता है और देखते ही देखते एक बड़ा पुल जल में समा जाता है। जब यह वीडियो सामने आया था तो ऐसा लगा था कि न जाने कितने वाहन जल में समा गए होंगे। मगर बाद में यह समाचार आया कि चूंकि जहाज में जो लोग मौजूद थे, उन्होंने समय रहते ही जहाज के अनियंत्रित होने का समाचार प्रशासन को दे दिया था और प्रशासन ने जहाज के इस पुल से टकराने से पहले ही यातायात बंद करा दिया था, और जिसके कारण कई जीवन बच गईं थीं।
जिसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जहाज पर मौजूद “भारतीय” कर्मियों की प्रशंसा की थी कि उनके कारण कई लोगों के जीवन बच गए थे। बाइडेन ने व्हाईट हाउस में अपने वक्तव्य में कहा था कि “जहाज पर मौजूद कर्मियों ने मैरीलैंड परिवहन विभाग को यह बता दिया था कि जहाज पर से उनका नियंत्रण हट गया है। जिसके परिणाम स्वरूप स्थानीय अधिकारी पुल से जहाज के टकराने से पहले पुल को बंद करने में सफल रहे, और जिसने निस्संदेह कई जीवन बचाए।”
इस घटना को लेकर जहाज के भारतीय सदस्यों की भूमिका पर बात करते हुए मैरीलैंड के गवर्नर ने भी कहा कि जहाज पर मौजूदा कर्मियों के कारण सैकड़ों लोगों का जीवन बचा। उन्होंने कहा था कि “हम यह पुष्टि कर सकते हैं, कि क्रू ने बिजली की समस्या के बारे में बता दिया था। ये लोग हमारे हीरो हैं और हम इस बात के आभारी हैं, कि जहाज के सदस्यों ने पहले ही घटना के बारे में बता दिया था, जिससे हम कई लोगों की ज़िन्दगी बचा सके!”
यह घटना दुखद है, परन्तु इसे लेकर जो तत्परता जहाज पर मौजूद भारतीय सदस्यों द्वारा बरती गयी, उसकी वाहवाही हो रही है। मगर फिर भी एक वर्ग ऐसा है, जिसके मन में नस्लवादी श्रेष्ठता की इतनी कुंठा है कि वह इसे लेकेर भारतीयों पर तंज कसने से बाज नहीं आ रहा है। इसी घटना को लेकर एक कॉमिक्स ने अत्यंत नस्लवादी कार्टून बनाते हुए लिखा कि टकराने से पहले डाली मूमेन्ट्स के भीतर की अंतिम रिकॉर्डिंग:
Last known recording from inside the Dali moments before impact pic.twitter.com/Z1vkc828TY
— Foxford Comics (@FoxfordComics) March 26, 2024
इसमें भारतीय उच्चारण में अंग्रेजी में बात करती हुई आवाज है और जो नाविक इसमें दिखाए हैं, वे प्राचीन भारतीय वेशभूषा में हैं। इसमें ऐसा दिखाने का प्रयास किया जा रहा है कि जैसे भारतीयों को कुछ भी ज्ञान नहीं है और वह एकदम बेकार हैं।
हालांकि एक्स पर इस पोस्ट के नीचे यह खंडन भी था कि इस जहाज पर 2 अमेरिकी पाइलट थे, जो जहाज का संचालन कर रहे थे और 22 अन्य सदस्य भारतीय मूल के थे और जहाज सिंगापुरी के स्वामित्व में था। वहीं इसे लेकर एक यूजर ने लिखा कि “दुराग्रह से निर्णय पर इस बिंदु तक निर्णय प्रभावित हो जाता है कि कोई भी इस तथ्य की अनदेखी कर सकता है कि जहाज पर मौजूद भारतीय सदस्यों ने तत्काल कदम उठाया और लोगों का जीवन बचाया और आपदा के प्रभावों को न्यूनतम किया, जिसे राष्ट्रपति बाइडेन ने भी सराहा। इस कार्टून से यह भी पता चलता है कि कैसे भारतीयों के प्रति नस्लवादी दुराग्रह चरम पर है और मस्क के अधिग्रहण के बाद से यह प्लेटफॉर्म भारतीयों के प्रति नस्लवाद और घृणा का मैदान बन गया है!”
Prejudice can cloud judgment to the point where one even ignores the fact that the Indian crew of the ship were the ones to take immediate action to save lives and minimize the disaster's impact, something rightly acknowledged by POTUS Biden. Having said that this isn't merely… pic.twitter.com/qoKj6fthgs
— The Cinéprism (@TheCineprism) March 27, 2024
वहीं एक यूजर ने वह वीडियो भी साझा किया, जिसमें मैरीलैंड के गवर्नर जहाज के सदस्यों की प्रशंसा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि बाल्टीमोर राज्य के क़ानून के अनुसार यह नियम है कि जहाज के पाइलट एवं सह पाइलट दोनों ही अमेरिकी होने चाहिए और वह भी बाल्टीमोर के। शेष 22 सदस्य भारतीय थे। इसी तथ्य को प्रमाण के साथ भी कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है
For trailer park trash who don’t understand their own country’s laws, here is a rundown:
In U.S. all vessels are required by federal law to use a maritime pilot (an american) with a U.S. license issued by US Coast Guard. The pilot directs the navigation of ship near bridges. pic.twitter.com/pgoJOqFt5C
— The Poll Lady (@ThePollLady) March 27, 2024
हालंकि भारतीयों को नीचा दिखाने के लिए यह कार्टून बनाया गया और कहा भी गया है कि बुरी बातें या उपहासजन्य बातें तेजी से फैलती हैं और यही इस मामले में हुआ कि भारत की तरक्की को सहन न करने वाला औपनिवेशिक मानसिकता वाला वर्ग भारतीयों को नीचा दिखाने को तत्पर हो गया। इस वीडियो को 4 मिलियन से अधिक लोग देख चुके हैं और इस पर दो हजार से अधिक कमेंट आए हैं और यह भी गौरतलब है कि टिप्पणियों में इस कार्टून की लानत मनालत की गयी है।
भारतीयों के साथ ऐसी नस्लवादी सोच पश्चिम के एक वर्ग की नई नहीं हैं और यह कुछ वर्ष पहले न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित उस कार्टून से भी देखा और समझा जा सकता है जिसमें इसरो के मंगलयान की सफलता को लेकर तंज कसा था और फिर उसे माफी मांगनी पड़ी थी।
ऐसे नस्लवादी कार्टून्स के मूल में भारतीयों के प्रति अथाह घृणा ही कारण होती है और कुछ नहीं। यह वह वर्ग है जो भारत की तरक्की से जलता हुआ आया है और जो इस तथ्य को बर्दाश्त नहीं कर सकता कि भारत लगातार आगे बढ़ रहा है।
इसमें सिंगापुर का ध्वज लगा था और वह श्रीलंका जा रहा था। मीडिया के अनुसार जहाज को शिपिंग कंपनी Maersk (MAERSKb.CO) द्वारा किराए पर लिया गया था, जो एक डेनिश कंपनी है। इस जहाज में पहले भी समस्याएं आती रही हैं और डाली जहाज वर्ष 2016 में एक और बड़ी दुर्घटना में शामिल था। दुनिया भर में जहाज़ों की गतिविधियों की रिपोर्ट रखने वाली वेबसाईट वेसलफ़ाइंडर की रिपोर्ट है कि डाली को उस समय भी मेर्स्क द्वारा किराए पर लिया गया था, वही कंपनी जिसने इसे बाल्टीमोर बंदरगाह घटना के दौरान किराए पर लिया था।
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