प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह से चुनावी मोड़ में सक्रिय हो गए हैं वह खुद एक एक सीट पर नजर बनाए हुए हैं और भाजपा के उम्मीदवारों से सीधी चर्चा भी कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कल संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं में से एक और भाजपा की बशीरहाट उम्मीदवार रेखा पात्रा से भी फोन पर बात की और उन्हें ‘शक्ति स्वरूपा’ बताया था। आज इसी क्रम में पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार राजमाता अमृता रॉय से भी पीएम मोदी की फोन पर बातचीत का एक ऑडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
इस ऑडियो में राजमाता अमृता रॉय पीएम मोदी से बातचीत के दौरान टीएमसी द्वारा महाराजा कृष्ण चन्द्र रॉय पर लगाए गए आरोपों को लेकर अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहीं हैं।
राजमाता अमृता रॉय ने पीएम मोदी से कहा- “ये लोग (तृणमूल कांग्रेस) महाराजा कृष्ण चंद्र रॉय का विरोध कर रहे हैं। बोल रहे हैं कि उन्होंने अंग्रेजों का साथ दिया था. हम लोगों को गद्दार बता रहे हैं। क्यों किया ये नहीं बता रहे। उन्होंने इतनी जमीन दान की, लोगों की भलाई के लिए इतना सबकुछ किया, इस बारे में नहीं बोल रहे। अगर अंग्रेजों के साथ नहीं जाते तो हमारा सनातन धर्म तो खत्म हो गया होता। उस समय का जो नवाब था सिराजुद्दौला, वह तो बहुत अत्याचारी और भ्रष्टाचारी था। उन्होंने अकेले नहीं किया, बहुत सारे राजा एकजुट हुए थे सिराजुद्दौला के खिलाफ। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया होता, तो हम आज हिंदू नहीं होते, हमारी भाषा अलग होती, हमारी वेशभूषा अलग होती, हम दूसरों के अधीन रहते’।
एक-दूसरे को बचाने के लिए एक साथ आए
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी अमृता रॉय से कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए कानूनी विकल्प तलाश रहे हैं कि पश्चिम बंगाल में जो भी संपत्ति और पैसा ईडी ने भ्रष्टाचारियों से जब्त किया वह गरीबों को वापस मिले, क्योंकि ये उनसे ही लूटा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि एक तरफ बीजेपी देश से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है तो दूसरी तरफ सभी भ्रष्टाचारी एक-दूसरे को बचाने के लिए एक साथ आ गए हैं।
पीएम ने विश्वास जताया कि पश्चिम बंगाल की जनता राज्य में ‘परिवर्तन’ के लिए मतदान करेगी।
'…तो हम हिन्दू नहीं रह जाते' ,
जिस 'सिराजुद्दौला' को TMC सहित विपक्षी नेता बताते हैं महान, वह था बहुत अत्याचारी और भ्रष्टाचारी , मजबूरन हिंदू राजाओं को करनी पड़ी लामबंदी
कृष्णानगर की महारानी ने फोन पर सुनाई PM मोदी को दर्द भरी दास्तानpic.twitter.com/bTtINyBd41
— Baat Bharat Ki (@eBBKLive) March 27, 2024
टीएमसी ने बीजेपी पर किया था कटाक्ष
राजमाता अमृता रॉय को जब भाजपा ने कृष्णानगर से अपना उम्मीदवार बनाया तो तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा था- ‘यह बिल्कुल स्पष्ट है कि (वीर) सावरकर की पार्टी, जो महात्मा गांधी की हत्या के लिए जिम्मेदार है, उस परिवार से किसी को उम्मीदवार बनाएगी, जिसने अंग्रेजों का समर्थन किया था। दूसरी ओर, मोइत्रा देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही हैं। इतिहास कहता है कि जब सिराज-उद-दौला ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी तो कृष्णानगर के शाही परिवार ने अंग्रेजों की मदद की थी। राजा कृष्णचंद्र रॉय ने ब्रिटिश सेना की मदद की थी।’
अमृता रॉय ने आरोपों को बताया झूठा
टीएमसी के आरोपों को खारिज करते हुए अमृता रॉय ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि हर बंगाली और हर भारतीय इस बात से सहमत होगा कि मेरे परिवार के बारे में जो कुछ भी कहा जा रहा है वह पूरी तरह से झूठ है। आरोप यह है कि राजा कृष्णचंद्र रॉय ने अंग्रेजों का पक्ष लिया था। उन्होंने ऐसा क्यों किया..? उन्होंने ऐसा सिराज-उद-दौला के यातना के कारण किया। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया होता, तो क्या हिंदू धर्म यहां बच पाता..? क्या सनातन धर्म बच पाता..? नहीं… उन्होंने ऐसा नहीं किया होता तो हमारी भी पहचान बदल गई होती। तो हम यह क्यों नहीं कह सकते कि महाराजा ने हमें एक सांप्रदायिक ताकत से बचाया था’।
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