नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) की नेता महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) नियमों के उल्लंघन मामले में समन भेजा है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने महुआ मोइत्रा को पूछताछ के लिए 28 मार्च को दिल्ली स्थित ई़डी मुख्यालय में बुलाया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने फेमा नियमों के उल्लंघन मामले में यह समन भेजा है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कैश फॉर क्वेरी मामले में महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी को आरोपित किया है। सीबीआई ने 19 मार्च को लोकपाल के आदेश के बाद पूर्व टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदनी और अन्य अज्ञात आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा-120 बी और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा 7, 8 और 12 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
खिचड़ी घोटाले में अमोल कीर्तिकर को भेजा समन
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को सुबह शिवसेना (यूबीटी) के नेता और उत्तर-पश्चिम मुंबई संसदीय क्षेत्र के उम्मीदवार अमोल गजानन कीर्तिकर को समन जारी कर खिचड़ी घोटाला में पूछताछ के लिए तलब किया है। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राऊत ने कहा कि ईडी ने यह समन डराने के लिए भेजा है, लेकिन डरेंगे नहीं और अमोल कीर्तिकर चुनाव लड़ेंगे। मुंबई नगर निगम में हुए कथित खिचड़ी घोटाले के सिलसिले में ईडी की ओर से आज जारी समन में अमोल कीर्तिकर को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर में तलब किया गया है। इस पर अमोल कीर्तिकर ने वकील के माध्यम से ईडी को पत्र भेजकर कहा है कि वे आज पूछताछ के लिए ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं रह सकते, इसलिए उन्हें आगे का समय दिया जाए।
दरअसल, कोरोना संकट के दौरान लॉकडाउन अवधि में मुंबई में प्रवासी मजदूरों को खिचड़ी के 25 लाख पैकेट उपलब्ध कराये गये थे। इन पैकेटों की आपूर्ति का ठेका ठाकरे गुट के नेताओं ने हासिल किया था। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष किरीट सोमैया ने इसमें 160 करोड़ का खिचड़ी घोटाला होने का आरोप लगाया था। इसी वजह से ईडी मामले की जांच कर रही है। इसी मामले में ईडी ने शिवसेना (यूबीटी) के नेता सूरज चव्हाण को पहले ही गिरफ्तार किया है।
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