लोकसभा चुनाव-2024 से पहले विपक्ष के INDIA गठबंधन का गुबारा फूटने लगा है। बिहार में आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग के मुद्दे पर रार ठन गई है। दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर फाइनल टच अभी तक नहीं दिया जा सका है। अब खबर है कि कांग्रेस के रवैये से निराश तेजस्वी यादव अब दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मिलने के लिए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर एनडीए के सहयोगी दल जेडीयू ने रविवार को प्रदेश में लोकसभा के लिए 16 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है।
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क्या है पूरा मामला
दरअसल, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आरजेडी, सीपीआई और सीपीआईएम ने अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही इन पार्टियों ने अपने कैंडिडेट्स सिंबल भी अलॉट कर दिया है। इससे कांग्रेस नाराज हो गई है। कांग्रेस ने चेताया है कि अगर इन पार्टियों का यही रवैया रहा तो कांग्रेस दूसरे विकल्पों पर विचार करने के लिए मजबूर होगी।
लालू यादव ले रहे एकतरफा निर्णय
उल्लेखनीय है कि बिहार में महागठबंधन में शामिल आरजेडी, माकपा, भाकपा औऱ कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर बंटवारा हुआ था। लेकिन इससे पहले इसको लेकर फाइनल बातचीत हो पाती, लालू यादव गठबंधन सहयोगियों को नजरअंदाज कर एकतरफा फैसले लेने लगे। इससे कांग्रेस असहज हो गई है। आजकल बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश सिंह, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता शकील अहमद खान दिल्ली में हैं। अब देखना ये है कि कांग्रेस और आरजेडी के बीच कहां तक बात बन पाती है।
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इसी तरह से दूसरे राज्यों में भी इंडि अलायंस की स्थिति कमोबेश इसी तरह की है। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की हालत पहले से ही खराब है।
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