असम में पकड़े गए इस्लामिक स्टेट इराक एंड सीरिया (ISIS) का भारत प्रमुख हारिस फारूखी के साथ सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में कई राज सामने आए है। हारिस उत्तराखंड में अपने संगठन के पांव जमा रहा था। उसका हल्द्वानी कनेक्शन सामने आया है। ये खुलासा होने के बाद से उत्तराखंड पुलिस सतर्क हो गई है और उसे मदद करने वालों की तलाश में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक, हारिस फारूखी ने 2021 में उधम सिंह नगर जिले में और नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर के कुछ युवकों से संपर्क किया था। उसने हल्द्वानी के गौलानदी इलाके में सुतली बम का ट्रायल भी किया था। उस समय उसका मदद गार शाहनवाज आलम नाम का युवक था, जिसे पहले ही एनआईए ने पकड़ा हुआ था। उसी से मिले इनपुट के बाद हारिस फारूखी की तलाश शुरू हुई थी। अक्टूबर 2023 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन आतंकियों को पकड़ा था तब भी हारिस का नाम सामने आया था।
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देहरादून के एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक, केंद्रीय एजेंसियों द्वारा समय समय पर दून पुलिस के साथ संपर्क कर सूचनाएं साझा की जाती रही है। ऐसी भी जानकारी मिली है कि हारिस फारूखी पिछले अक्टूबर माह में अपने परिवार के साथ देहरादून आया था, लेकिन वो अपने घर में नहीं रुका, बताता गया है कि उसने बिहार की रहने वाली एक लड़की से प्रेम विवाह किया था, उसके तीन बच्चे हैं। वो अपने मायके में रहती है, देहरादून वो एक बार ही आई थी।
देहरादून से जाते ही हारिस की खुली पोल
बताया जाता है कि हारिस फारुखी देहरादून आया था। लेकिन जब वो यहां से गया तो उसकी पोल खुल गई। पता चला कि वो भारत में ISIS का हेड है। खबर है कि हारिस फारूखी को एनआईए की टीम देहरादून पूछताछ के लिए ला सकती है। खास बात ये है कि हारिस को हरीश अजमल के नाम से भी जाना जाता है। जो युवक इसके साथ पकड़ा गया वो भी पहले हिंदू अनुराग था और उसने इस्लाम में कन्वर्ट होने के बाद अपना नाम रेहान रख लिया और एक बांग्लादेशी युवती से निकाह कर लिया।
पुलिस इस बात की भी जानकारी जुटाने में लगी है कि इनके और कनेक्शन कहां कहां और किसके साथ है। देहरादून में हारिस की अब्बा अजमल फारूखी नगर निगम कॉम्पेक्स में यूनानी दवा खाना चलाते है, जब से उसके बेटे की गिरफ्तारी हुई उनकी दुकान बंद है। वो निगम की यूनानी डिस्पेंसरी के चिकित्सा अधिकारी भी रह चुके है, उन पर भी सिमी का सदस्य होने के पूर्व में आरोप लग चुके हैं। बहरहाल, असम में गिरफ्तारी के बाद से उत्तराखंड पुलिस और खुफिया विभाग में सक्रियता देखी जा रही है।
उत्तराखंड पुलिस ऐसे संदिग्ध लोगों की कुंडलियां देख रही है जो इस तरह के कृत्यों में पहले कभी लिप्त रहे हो और वर्तमान में उनकी गतिविधियां कहां और कैसी चल रही है। हल्द्वानी उधम सिंह नगर और पछुआ देहरादून में बहुत से ऐसे युवक हैं, जो कि पुलिस के खुफिया विभाग के रडार पर हैं। पुलिस को इंतजार INA से मिलने वाले इनपुट का भी है जिसके बाद वो आगे की योजना बनाएगी।
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