नई दिल्ली । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरुर एक बार फिर से केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम लाेकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। वहीं केरल के वायनाड से राहुल गांधी कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। यहां पर वामपंथी दल भी चुनावी मैदान में हैं और इंडी गठबंधन में साथ होने के बावजूद आमने-सामने हैं। इस बात से शशि थरूर काफी आहत हैं और उन्होंने एक्स पर अपनी नराजगी जाहिर की है। वहीं तिरुवनंतपुरम से भाजपा उम्मीदवार एवं केन्द्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर का कहना है कि दोनों चीन के एजेंडे पर काम कर रहे हैं।
शशि थरूर ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वामपंथी पार्टियां गठबंधन धर्म नहीं निभा रही है। लोकसभा के चुनाव प्रचार के दौरान वह आग उगल रही है। शशि थरुर ने कहा कि हमने कभी नहीं सुना की वामपंथी कभी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी खिलाफ बोल रही हो। जबकि भाजपा यहां पर हमेशा दूसरे नंबर पर रही है। वाम दलों के चलते भाजपा विरोधी वोट बंट सकते हैं जिसका लाभ भाजपा को मिलेगा।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि अगर वामपंथियों को वास्तव में विपक्षी एकता की चिंता है तो वे एक ऐसे उम्मीदवार को खड़ा करके मेरे वोट क्यों काट रहे हैं जिसका प्रचार पूरी तरह से मेरे खिलाफ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने नहीं सुना है वामपंथी भाजपा के खिलाफ बोल रहे हैं, वे हर समय मेरे खिलाफ बोल रहे हैं और उदाहरण के लिए अल्पसंख्यक वोट छीनने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक रणनीति है जो केवल तीसरी पार्टी अर्थात् भाजपा की मदद कर सकती है, इसलिए मैं सीपीआई से पूछ रहा हूं कि आप यहां ऐसा क्यों कर रहे हैं? जबकि वायनाड लोकसभा क्षेत्र से राहुल गांधी चुनाव मैदान में हैं।
उधर, तिरुवनंतपुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर भी चुनाव मैदान में हैं। शशि थरूर के बयान पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी कांग्रेस पर चुटकी ली। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के बारे में सब कुछ एक असली सर्कस की तरह लगने लगा है क्योंकि एक दिन राहुल गांधी मुंबई में ‘शक्ति’ पर हमला करेंगे, बिना यह जाने कि इसका क्या मतलब है जबकि वे मौजूदा सांसद हैं। मुझे उनका तर्क समझ में नहीं आता।
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कांग्रेस ने अपने ही इंडी गठबंधन सहयोगी सीपीएम, सीपीआई की आलोचना करने के लिए यह नई रणनीति बनाई है। मुझे नहीं पता कि वह खेल क्या है । उन्होंने कहा कि इन दोनों का चीन के साथ समझौता है। ये दोनों चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी को सत्ता से हटाया जाए इसलिए दोनों आज गठबंधन में हैं।
टिप्पणियाँ