विधायक इरफान सोलंकी के रिहाई के लिए कानपुर में दुआ पढ़ी गई। दुआ पढ़ते हुए वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। कानपुर के पुलिस आयुक्त ने इस मामले में जांच की आदेश दिए हैं। यह पता लगाया जा रहा है कि दुआ के दौरान विधायक के नाम की पर्ची किसने भिजवाई थी। कानपुर जनपद के हलीम मुस्लिम इंटर कॉलेज के मैदान का यह वीडियो बताया जा रहा है। वीडियो में दुआ करते हुए कहा जा रहा है कि ‘अल्लाह जिन पर नाजायज मुकदमे दर्ज हुए हैं। उन्हें रिहा फरमा।’
अपराधी के लिए एकजुट हुए मुसलमान..!
तरावीह की नमाज में 50 हजार लोगों ने मांगी दुआ… इमाम बोले या अल्लाह नाजायज मुकदमों पर रहमों करम कर, या अल्लाह हाजी इरफ़ान सोलंकी को रिहाई आता फरमा…
आगजनी, जमीन कब्जाने और बांग्लादेशियों को बसाने सहित कई अन्य मामलों में आरोपी है सपा विधायक… pic.twitter.com/2IhQ7CG1JN
— Baat Bharat Ki (@eBBKLive) March 19, 2024
उल्लेखनीय है कि इरफान सोलंकी पर विवादित प्लाट पर बनी झोपड़ी में आग लगाने के मामले में कारवाई शुरू हुई थी। उसके बाद सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी के खिलाफ कानपुर जनपद में एक और एफआईआर दर्ज की गई थी। उसमे आरोप लगा था कि इरफान सोलंकी ने बांग्लादेशी परिवार को भारतीय पहचान पत्र बनवाने के लिए रिजवान के कागजात को प्रमाणित किया था।
रिज़वान कई साल से कानपुर में अपनी पहचान छिपा कर रह रहा था। सीसामऊ विधानसभा से विधायक हाजी इरफान सोलंकी ने प्रमाणित किया था कि व्यक्तिगत तौर पर वे रिजवान को जानते हैं। इरफ़ान सोलंकी ने रिज़वान और उसके परिवार के लोगों का भारतीय होना प्रामाणित किया था। विधायक इरफ़ान के हस्ताक्षर की जांच कराई गई। एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की गई । मुख्य अभियुक्त के तीन आधार कार्ड मिले थे जिसमें नाम एक ही जैसा था , केवल पता अलग अलग था। परिवार के सभी सदस्यों के दो-दो पासपोर्ट बरामद हुए गए थे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में जनपद काफी समय से ये बांग्लादेशी परिवार छिपकर रह रहा था। बांग्लादेशी रिजवान ने भारतीय पहचान पत्र भी बनवा लिया था। वो कई देशों की यात्रा भी कर चुका है।
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