कर्णावती । गुजरात यूनिवर्सिटी में नमाज पढ़ने के मुद्दे पर विदेशी और स्थानीय छात्रों के बीच हुई हाथापाई के मामले में और तीन की गिरफ्तारी की गई है और कोर्ट में उनके डेढ़ दिन के रिमांड मंजूर की हैं। वहीं इस मुद्दे पर स्वयं संज्ञान लेने के लिए हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई लेकिन हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वयं संज्ञान लेने से इनकार कर दिया।
दरअसल गुजरात यूनिवर्सिटी के परिसर में नमाज़ अदा कर रहे विदेशी छात्रों के बारे में सुरक्षाकर्मी के साथ चर्चा कर रहे स्थानीय युवक को अचानक ही एक अफ़ग़ानी छात्र ने थप्पड़ जड़ दिया। यह मामला बाद में बिगड़ा और यूनिवर्सिटी के परिसर में तोड़फोड़ हुई और कुछ छात्रों की पिटाई भी हुई।
वहीं इस मामले में बाद में पुलिस और फिर खुद गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी तुरंत सक्रिय हुए जिसके बाद इस मामले में अब तक पांच लोगों की गिरफ्तारी की गई है। पहले दिन दो और आज अन्य तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर डेढ़ दिन के रिमांड पर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों के 10 दिन के रिमांड मांगे थे लेकिन कोर्ट ने डेढ़ दिन के रिमांड मंजूर की हैं।
वहीं इस पूरे मामले में स्वयं संज्ञान लेने के लिए एडवोकेट के आर कोष्ठी ने हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस सुनीता अग्रवाल और जज अनिरुद्ध मायी के समक्ष याचिका रखी थी लेकिन कोर्ट ने यह कहकर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया कि इस मामले में जांच करने का काम पुलिस का है और यह सार्वजनिक हित का मामला नही है।
नमाज जैसे धार्मिक कार्य रूम में ही कर सकेंगे : कुलाधिपति
वहीं इस पूरे मामले के बाद गुजरात यूनिवर्सिटी ने नीति नियम बनाए हैं। इसके बारे में बताते हुए कुलाधिपति नीरजा गुप्ता ने कहा कि नमाज जैसी धार्मिक क्रिया किसी धार्मिक स्थान पर या फिर रूम में ही कर सकेंगे। इस घटना के बाद हमें जहां-जहां भी कमियां दिखीं है वहां हमने कार्यवाही और सुधार करने के प्रयास किए हैं। स्टाफ को बदल दिया गया है और सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। एनआरआई हॉस्टल 2 साल से बनकर तैयार थी लेकिन फायर एनओसी की वजह से वहां छात्रों को रख नहीं पा रहे थे। अब जब फायर एनओसी मिल गई है तो विदेशी छात्रों को एनआरआई हॉस्टल में रखा जाएगा। यूनिवर्सिटी में एक समिति भी गठित की है जो पूरे मामले की जांच करेगी और बाद में रिपोर्ट भी करेगी।
विदेश मंत्रालय भी आया हरकत में
गुजरात यूनिवर्सिटी में नमाज पढ़ने के मुद्दे पर अफगानिस्तान, उज़्बेकिस्तान और अफ्रीका के छात्रों पर स्थानीय लोगों ने हमला किया था। जिसके बारे में विदेश मंत्रालय ने राज्य सरकार को इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इस संदर्भ में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने ट्वीट करके बताया है कि इस हमले में दो विदेशी छात्र घायल हुए थे जिनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें इलाज कर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। राज्य सरकार इस पूरे मामले में अशांत तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें ऐसे निर्देश भी दिए गए हैं।
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