हम लोग अफगानिस्तान से हैं। 1990 के दशक में जैसे ही वहां सरकार बदली, तो वहां से 1991 से हम लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया। हम शुरुआत से ही भारतीय मूल के हैं। कभी अफगानिस्तान भी भारत का अंग था। लेकिन हमें अफगानी सिख कहा जाता था। मैं विशेष तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि वो CAA कानून लेकर आए। अब हम पर भारतीय नागरिक होने का ठप्पा लग जाएगा। यह कहना है कि गुरुद्वारा श्री अर्जन देव जी की गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष और अफगानी सिख एस प्रताप सिंह का।
वह बताते हैं, “90 के दशक में जब उन्होंने अफगानिस्तान से पलायन किया तब भी सरकारों ने हमारी मदद की थी। सरकार ने अटारी और बाघा बॉर्डर को खोल दिया था, जिसके जरिए हम वहां पहले एक से डेढ़ लाख लोग थे। भारत आने के बाद हमने नानकपुर गुरुद्वारे में कैम्प लगवाया और वहीं रहने लगे। इसके बाद धीरे-धीरे अपना मकान लिया, अपना धंधा शुरू किया और बिजनेस कर रहे हैं।”
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समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए प्रताप सिंह कहते हैं कि उस दौरान हमारे पास भारत की नागरिकता नहीं थी। जब हम अफगानिस्तान में थे तो वहां हमें भारतीय कहा जाता था और जब यहां आए तो हमें अफगानी कहा जाता था। लेकिन हम हमेशा से खुद को भारतीय मानते थे। हमारे दादा-परदादा सब यहीं के थे। पहले भारत और अफगानिस्तान एक ही था। हम पर एक ही धब्बा लगा हुआ था कि हम अफगानी हैं। लेकिन, सिटिजनशिप कानून (CAA) ने के बाद हम जैसे कुछ लोगों को भारत की नागरिकता मिल गई है। कुछ लोगों का पेपर वर्क हो रहा है। कुछ लोगों को नहीं मिला है।”
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प्रताप सिंह का कहना है कि हम लोगों को 30-32 वर्ष हो गए भारत आए। इस दौरान जो बच्चे यहां पैदा हुए वो न तो स्कूल जा सकते हैं, ना बिजनेस कर पा रहे थे औऱ ना ही उनके पास भारत का पासपोर्ट था। लेकिन CAA आने के बाद ऐसे लोगों को बड़ा लाभ मिलने वाला है। इसके लिए हम हमेशा भारत सरकार विशेष तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करना चाहेंगे कि वो इस कानून को लेकर आए। अब हमारी समस्याएं सुलझ जाएंगी। हिन्दुओं और सरदारों के लिए एक ही देश है भारत। इसके अलावा हिन्दुओं और सरदारों के लिए कोई देश नहीं है। यही हमारा देश है और आगे भी रहेगा। सरकार की औपचारिकता होती है और जब वो पूरी हो जाएगी तो हम पूरी तरह से भारतीय नागरिक हो जाएंगे।
केजरीवाल पर साधा निशाना
इस बीच सीएए कानून का विरोध करने को लेकर प्रताप सिंह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आलोचना की। उन्होंने कहा कि पहली बात तो ये कि हम लोग कानूनी तरीके से भारत में आए। ये जो कह रहे हैं कि नौकरी छीनी जाएगी, परेशानी होगी। आखिर किस बात की परेशानी होगी। हमने कभी देश से कुछ नहीं मांगा। जो लोग यहां रह रहे हैं वो पहले से ही काम कर रहे हैं। हम कोई भिखारी नहीं हैं। इज्जत के साथ धंधा कर रहे हैं। सियासी पार्टियां इस कानून का विरोध न करें।
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