Film Reviews : नक्सली समस्या की हकीकत बताती फिल्म "बस्तर द नक्सल स्टोरी"
May 22, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम मनोरंजन

Film Reviews : नक्सली समस्या की हकीकत बताती फिल्म “बस्तर द नक्सल स्टोरी”

भारत में व्याप्त नक्सलवाद और वामपंथ के गहरे गठजोड़ को उजागर करती है फिल्म। सुदीप्तो सेन ने "द केरला स्टोरी" की तुलना में इस फिल्म में ज्यादा बेहतर काम किया है.

by केशव शर्मा
Mar 17, 2024, 08:12 pm IST
in मनोरंजन
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

सिनेमा को किसी भी समाज का दर्पण माना जाता है क्योंकि सिनेमा के द्वारा ही हम उसके आसपास बसने वाले समाज का प्रतिबिंब देख पाते हैं। सिनेमा हमें समाज की कड़वी सच्चाइयों एवं अनछुए पहलुओं के बारे में जानकारी देता है। ऐसी ही एक फिल्म “बस्तर पिछले 60 वर्षों से भारत में व्याप्त माओवाद -नक्सलवाद वामपंथ के गहरे गठजोड़ को उजागर करती बस्तर: द नक्सल स्टोरी” आज सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। फिल्म के निर्देशक सुदीप्तो सेन तथा इसके निर्माता विपुल अमृतलाल शाह है। मुख्य भूमिका में अदा शर्मा (आईपीएस नीरजा माधवन), यशपाल शर्मा (एडवोकेट उत्पल) तथा राइमा सेन (वान्या रॉय) हैं।

फिल्म पिछले 60 वर्षों से भारत में व्याप्त माओवाद -नक्सलवाद वामपंथ के गहरे गठजोड़ को उजागर करती है। अभिनेत्री अदा शर्मा ने आईपीएस नीरजा माधवन के किरदार के साथ पूरी तरह से न्याय किया है। वे सीधी मुद्दे पर बात करने वाली एक नो-नॉन्सेंस पुलिस अधिकारी के रुप में नजर आई हैं। एक तरफ नीरजा माधवन जहाॅं बस्तर के जंगलों में नक्सलियों से लड़ रही हैं वहीं दूसरी तरफ वे वामपंथी बुद्धिजीवी गिरोह – लेखक , मीडिया एवं अन्य से भी न्यायालय में एक कानूनी लड़ाई लड़ रही है। यह गिरोह समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रुप से भारत विरोधी ताकतों को बल देता है तथा अपराधी पाए जाने पर भी अपने किए गए कुकृत्य को सही साबित करने पर भी अड़ जाता है।

निर्देशन की बात करें तो सुदीप्तो सेन ने अपनी पिछली फिल्म “द केरला स्टोरी” की तुलना में इस फिल्म में ज्यादा बेहतर काम किया है। फिल्म के कुछ दृश्य यूॅं तो मन को विचलित कर सकते हैं लेकिन वह इस कड़वी सच्चाई से हमें रूबरू भी करवाते हैं। फिल्म की पटकथा तथा सिनेमैटोग्राफी एक लय पकड़ कर साथ चलती हैं। फिल्म हमें दिखाती है कि है वामपंथी नक्सलवाद और माओवाद की जड़ें कितनी गहरी हैं और यह लड़ाई आगे भी हमें परस्पर लड़नी होगी। नक्सलवाद कैसे एक अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के रूप में काम कर रहा है जिसमें यह अपना एजेंडा देश – विदेश के अलग अलग मंचों पर प्रस्तुत करता है, चाहे फिर कोई साहित्यिक सम्मेलन हो या कोई प्रसिद्ध विश्वविद्यालय।

फिल्म का एक दृश्य बहुत रोचक है। फिल्म में एक इरशाद नाम का चरित्र है जिसे दिन के उजाले में एक गाॅंधीवादी विचारक एवं चरखा चलाने वाला एक शांतिप्रिय आदमी बताया गया है जबकि वह रात के अंधेरे में नक्सलियों के लिए देश-विदेश से हथियारों का बंदोबस्त करता है।

एक बार फिर अभिनय की बात करें तो अदा शर्मा ने अपने किरदार नीरजा माधवन को जीवंत किया है उसके साथ पूरी तरह न्याय किया है जो सही को सही और गलत को गलत कहने से बिल्कुल भी नहीं हिचकिचाती। एक दृश्य में तो वह गृहमंत्री को भी कटघरे में खड़ी कर देती हैं।

सारगर्भित रुप से “बस्तर: द नक्सल स्टोरी” फिल्म हर पहलू पर खरी उतरती है, दमदार अभिनय एवं निर्देशन फिल्म को बड़े पर्दे पर देखने लायक बनाती है और हमें नक्सलवाद की सच्चाई से अवगत कराती है।

Topics: Leftismफिल्म समीक्षाआईपीएस नीरजा माधवनFilm ReviewIPS Neerja Madhavanनक्सलवादnaxalismवामपंथBastar the naxal storyबस्तर द नक्सल स्टोरी
Share8TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

CRPF Amit Shah Nimach

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा ऐलान: 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद का होगा जड़ से सफाया

Amit Shah Naxalites area decreased

देश में वामपंथी उग्रवाद से सबसे अधिक प्रभावित जिलों की संख्या घटकर 6 हुई: अमित शाह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नक्सलवाद में अनेक माताओं ने अपने लाडले खोए, अब छत्तीसगढ़ का नया भविष्य देख रहा हूं : प्रधानमंत्री मोदी

Kolkata Anti India Slogan

जादवपुर यूनिवर्सिटी में ‘आज़ाद कश्मीर’ और ‘फ्री फिलिस्तीन’ नारे: FIR दर्ज

छावा : स्वराज का सनातनी योद्धा

Comparision between cancer and naxalism

उग्रवादियों और कैंसर को एक ही समझने की जरूरत

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उत्तराखंड में 5 और बांग्लादेशी हुए गिरफ्तार, पूछताछ जारी

supreme court

वक्फ कानून पर 97 लाख लोगों से राय ली, याचिकाकर्ता पूरे मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि नहीं : सुप्रीम कोर्ट में सरकार

National Herald case : राहुल-सोनिया ने अपराध से कमाए 142 करोड़, ED ने लगाए बड़े आरोप

Jyoti Malhotra Pakistan Spy

नहीं मिले Jyoti Malhotra के आतंकी संगठन से जुड़े होने के सबूत, जांच जारी

भाखड़ा डैम पर केन्द्रीय बल की तैनाती : पंजाब-हरियाणा जल विवाद को लेकर गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला

24 घंटे के अन्दर भारत छोड़ दें… : पाकिस्तान उच्चायोग का एक और अधिकारी ‘पर्सोना नॉन ग्रेटा’ घोषित

76 जवानों का हत्यारा बसव राजू एनकाउंटर में ढेर, 1.5 करोड़ का था इनाम

मनी लॉन्ड्रिंग पर बड़ी कार्रवाई : कोलकाता, मुंबई सहित कई शहरों में ED की रेड, विदेशी मुद्रा बरामद

पंजाब : अमृतसर बॉर्डर पर पाकिस्तानी घुसपैठिया गिरफ्तार

हल्द्वानी : बनभूलपुरा में चला सत्यापन अभियान, फर्जी आईडी वालों पर कसा शिकंजा

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies