नई दिल्ली । समुद्री डाकुओं के खिलाफ भारतीय नौसेना को एकबार फिर बड़ी कामयाबी मिली है। भारतीय युद्धक जहाज आईएनएस कोलकाता ने अरब सागर में एक अपहृत जहाज में सवार सभी 35 समुद्री डाकुओं को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया। भारतीय नौसेना का यह अभियान तकरीबन 40 घंटे चला।
भारतीय नौसेना की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इससे ऑपरेशन से संबंधित जानकारी साझा की गई है। जिसमें बताया गया है कि आईएनएस कोलकाता ने भारतीय तट से करीब 2600 किमी दूर समुद्री लुटेरों के जहाज रुएन को घेरा था। अभियान में आईएनएस सुभद्रा और समुद्री गश्ती विमान के साथ सी17 एयरक्रॉफ्ट से भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो को इस जहाज पर उतारा गया। इस साझा प्रयास से समुद्री डाकुओं के जहाज को रोकने में कामयाबी मिली। लुटेरों को तुरंत सरेंडर करने और बंधकों को छोड़ने के लिए कहा गया। 40 घंटे चले ऑपरेशन में अपहृत जहाज एमवी रुएन से चालक दल के 17 सदस्यों को सकुशल बचा लिया गया।
The culmination of the #AntiPiracy operation involving pirate ship Ruen in the Southern #IOR highlights the commitment of the #IndianNavy towards reinforcing peace & stability, & also to thwart the resurgence of Piracy in the region.#MaritimeSecurityOperations#SAGAR… https://t.co/mokCVlimBz pic.twitter.com/mG3rpjY4Qg
— SpokespersonNavy (@indiannavy) March 17, 2024
सभी समुद्री डाकू सोमालिया के रहने वाले हैं और समुद्र में अपहरण को अंजाम देने के लिए 14 दिसंबर को इन समुद्री लुटेरों ने एमवी रुएन जहाज का अपहरण कर लिया था। भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने 15 मार्च को इसका पीछा किया और इस दौरान अपहृत जहाज से गोलीबारी की गई। भारतीय युद्धपोत ने भी अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक जवाबी कार्रवाई की।
#INSKolkata, in the last 40 hours, through concerted actions successfully cornered and coerced all 35 Pirates to surrender & ensured safe evacuation of 17 crew members in the evening today #16Mar 24 from the pirate vessel without any injury.#INSKolkata had carried out the… https://t.co/eKxfEdMRES pic.twitter.com/tmQq2fG8yE
— SpokespersonNavy (@indiannavy) March 16, 2024
इससे पहले भी भारतीय नौसेना ने समुद्री सुरक्षा के मामले में लगातार अपनी बेहतरीन क्षमता का प्रदर्शन करते हुए कई कामयाबी हासिल कर चुकी है। इस महीने की शुरुआत में सोमालिया के पूर्वी तट पर 11 ईरानी और 8 पाकिस्तानी नागरिकों के चालक दल वाले जहाज पर डकैती के प्रयास को विफल कर दिया था। जबकि जनवरी में भारतीय युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने सोमालिया के पूर्वी तट पर समुद्री डाकुओं द्वारा हमला किए जाने के बाद ईरानी ध्वज वाले जहाज के 19 पाकिस्तानी चालक दल को बचाया था। नौसेना ने 05 जनवरी को उत्तरी अरब सागर में लाइबेरिया के झंडे वाले जहाज एमवी लीला नोरफोक के अपहरण के प्रयास को विफल कर दिया था।
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