अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा हो जाने के बाद लगातार देश की कोने – कोने से दर्शनार्थी भगवान राम को अर्पित करने के लिए एक से एक नायाब वस्तुएं लेकर अयोध्या पहुंच रहे हैं. मध्य प्रदेश के जनपद रीवा के लोगों ने भगवान राम के मंदिर में नगाड़ा समर्पित करने के लिए विश्व का सबसे बड़ा नगाड़ा बनाया. इस नगाड़े को लेकर वे लोग प्रयागराज के रास्ते अयोध्या पहुंचे और मंदिर को समर्पित किया. नगाड़े की ऊंचाई लगभग 6 फिट है और इसका वजन 1100 किलो है. यह विश्व का सबसे बड़ा नगाड़ा बताया जा रहा है. जब नगाड़ा अयोध्या पहुंचा तो स्थानीय व्यक्तियों की वहां पर भीड़ लग गई. देश-विदेश से दर्शन करने के लिए आए अन्य लोगों ने भी नागाड़े को नजदीक से देखा.
शिव बारात जन कल्याण समिति ने इस नगाड़े को बनाया है. इसे बनाने में लगभग 3 महीने का समय लगा है. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, कानपुर, प्रयागराज एवं रीवा के कारीगरों ने मिलकर इस नागाड़े को बनाया है.
इसी प्रकार उड़ीसा के एक हुनरमंद द्वारा लकड़ी पर उकेरी गई हनुमान चालीसा और तमिलनाडु का प्रसिद्ध लैंप स्टैंड ट्रस्ट को सौंपा गया. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय और न्यासी डॉ.अनिल मिश्रा ने मंदिर के लिए यह उपहार स्वीकारा किया.
उड़ीसा के काष्ठ कलाकार अरुण कुमार साहू और भास्कर साहू महीनों के परिश्रम से तैयार लकड़ी की दो हनुमान चालीसा लेकर कारसेवक पुरम पहुंचे. इसमें से एक काष्ठ पट पर है जबकि दूसरी पांच पन्नों के पुस्तक रूप में है. तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री और न्यासी ने इसे श्रद्धापूर्वक स्वीकारा.
इसके अलावा तमिलनाडु के ईरोड जिले के एम.शशि कुमार,आर.सुधा की टोली तमिलनाडु का परम्परागत लैंप स्टैंड लेकर पहुंची. अत्यंत सुंदर इस लैंप में एक साथ 108 बाती 22 दीपों में जलाई जा सकती है. तमिलनाडु भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जी.के.नागराज ने फोन पर बताया कि विधिवत पूजा अनुष्ठान के बाद लैंप स्टैंड भेजा गया है.
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