‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’, ये मुहावरा चीन पर बिल्कुल फिट बैठ रहा है। दरअसल, चीन के शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक के जरिए जासूसी और कट्टरपंथ की शिकायतों के बाद इस ऐप पर नकेल कसने के लिए अमेरिकी संसद में बुधवार को एक प्रस्ताव पास किया गया। इस पर चीन भड़क गया। उसने अमेरिका को ही धमकाने वाले अंदाज में उल्टे अमेरिका पर ही ‘दादागीरी’ करने का आरोप लगाया और कहा कि इससे उल्टा असर होगा। खास बात ये है कि जासूसी के मामले में भारत ने तो पहले से ही टिकटॉक को बैन कर रखा है।
टिकटॉक के खिलाफ एक्शन पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने अमेरिका पर एकतरफा कार्रवाई करने का आऱोप लगाया और कहा कि जब अमेरिका निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा में सफल नहीं हुआ तो अब धमकाने वाले कृत्यों का सहारा ले रहा है। चीन का कहना है कि अमेरिका के इस कदम से बाजार संचालन प्रभावित होगा, निवेशकों का भरोसा टूटेगा औऱ अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा। इसका अमेरिका पर ही उल्टा असर होगा।
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इससे पहले पिछले सप्ताह चीन ने ग्लोबल टाइम्स में एक लेख लिखा, जिसमें अमेरिका पर खुले तौर पर टिकटॉक को लूटने का आरोप लगाया गया था।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि बुधवार को अमेरिकी हाउस ऑफ कॉमन्स में एक विधेयक पारित किया गया। इस विधेयक में कहा गया है कि टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस को 180 दिनों (छह महीने) के भीतर बेचने की आवश्यकता है। ऐसा ना होने पर इस अमेरिका में ऐप्पल और गूगल ऐप स्टोर पर प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। अमेरिकी संसद के निचले सदन में इस विधेयक को 352 सांसदों ने वोट दिए, जबकि इसके विरोध में 65 वोट पड़े। उल्लेखनीय है कि टिकटॉक के अमेरिका में 170 मिलियन यूजर हैं।
क्या हैं आरोप
उल्लेखनीय है कि चीनी कंपनी टिकटॉक अमेरिका में लंबे वक्त से सवालों के घेरे में है। उस पर लोगों का डेटा चोरी करने का आरोप है। यहीं नहीं इजरायल हमास युद्ध में टिकटॉक पर अपने प्लेटफॉर्म के जरिए इस्लामिक कट्टरपंथ को बढ़ावा देने का आरोप लगता रहा है।
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