बरेली। दंगे के मास्टर माइंड मौलाना तौकीर पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। दंगे के मामले में आदेश के बाद भी पेश नहीं होने पर बरेली कोर्ट ने इत्हादे मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर के गैर जमानती वारंट जारी कर दिए हैं। न्यायालय ने नोटिस के बाद से भूमिगत चल रहे मौलाना को 13 मार्च तक पेश करने के आदेश पुलिस अफसरों को दिए हैं।
बरेली कोर्ट ने हाल ही में आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर को 2010 में बरेली महानगर में हुए दंगों का मास्टर माइंड बताते हुए उनके खिलाफ समन जारी किया था। उन्हें 11 मार्च को कोर्ट में पेश होने को कहा गया था लेकिन इसकी जानकारी होते ही मौलाना भूमिगत हो गए। इसकी वजह से बरेली की थाना प्रेमनगर पुलिस पुलिस को कोर्ट का सम्मन तामील नहीं करा सकी। पुलिस की ओर से सब इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश समन तामील कराने अभियुक्त मौलाना तौकीर के घर गए थे लेकिन वह नहीं मिले। इसकी वजह से समन तामील नहीं हो सका। पुलिस चाहती तो कोर्ट का समन मौलाना के घर पर चस्पा भी कर सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
पुलिस के रुख को लेकर सख्ती दिखाते हुए कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि ऐसा लगता है कि अभियुक्त को अनुचित लाभ पहुंचाया गया। न्यायालय ने एसएसपी बरेली को थाना प्रभारी के खिलाफ कानूनी एवं विभागीय कार्रवाई करने को कहा है। कोर्ट ने कहा है कि तीन सप्ताह पहले ही मौलाना तौकीर स्थानीय प्रशासन और पुलिस के लिए चुनौती बने हुए थे। अब जिले की पुलिस उनको खोज नहीं पा रही है। इस बात ये साफ है कि मौलाना तौकीर इस मामले में कोर्ट के सामने हाजिर नहीं होना चाहते या फिर वह फरार हो गए हैं।
बता दें कि 2010 में बरेली के थाना प्रेमनगर क्षेत्र में मौलाना तौकीर की उन्मादी बयानबाजी के बाद भीषण दंगे हुए थे। उपद्रवियों ने हिन्दू समाज के घरों और मकानों को निशाना बनाया था। आगजनी-लूटपाट की गई थी। पुलिस ने दंगे के मामले में मौलाना तौकीर को गिरफ्तार कर लिया था मगर तत्कालीन मायावती सरकार के दबाव में आ जाने की वजह से मौलाना को बाद में जेल से छुड़वा दिया गया था। कोर्ट ने 14 साल पहले हुए दंगों के मामले में मौलाना तौकीर को मास्टर माइंड बताते हुए उनके खिलाफ समन जारी किया है मगर लेकिन मौलाना न्यायालय में पेश होने की जगह कानून से भागते दिखाई दे रहे हैं। ये वहीं मौलाना है, जिन्होंने पिछले दिनों बरेली में बगैर अनुमति के मुस्लिमों की भीड़ जमा गई थी। प्रशासन की सख्ती से मौलाना प्रदर्शन तो नहीं कर सके थे मगर उनके यहां से लौटती भीड़ ने बरेली के थाना बारादरी इलाके में उपद्रव, तोड़फोड़ की घटना कर डाली थी। इसे लेकर पुलिस ने केस भी दर्ज कर रखा है।
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