भोपाल । केन्द्रीय नागरिक उड्डयन व इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक साथ 15 हवाई अड्डों का लोकार्पण और शिलान्यास करके भारतीय विमानन के क्षेत्र में आज के दिन को ऐतिहासिक बना दिया है। ग्वालियर के हवाई अड्डे को मात्र 16 महीने में तैयार कर लोकार्पण भी ऐतिहासिक उपलब्धि है।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया रविवार को ग्वालियर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट के नये टर्मिनल भवन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजमगढ़ उत्तरप्रदेश से 9 हजार 811 करोड़ लागत की देश की 15 हवाई अड्डा परियोजनाओं का वर्चुअली उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें राजमाता विजयाराजे सिंधिया ग्वालियर एयरपोर्ट के नये टर्मिनल भवन का भी उद्घाटन भी शामिल है।
उज्जैन, रीवा,सतना, दतिया,गुना और शिवपुरी में भी बनेंगे एयरपोर्ट
कार्यक्रम में सिंधिया ने कहा कि देश के साथ-साथ प्रदेश में हवाई सेवा का विस्तार किया जा रहा है। ग्वालियर की एयर कनेक्टिविटी देश के प्रमुख शहरों से सुनिश्चित की गई है। ग्वालियर एयरपोर्ट का विस्तार 144 एकड़ भूमि पर किया गया है। यह मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। जबलपुर में एक लाख स्क्वेयर फिट के विमान तल का शुभारंभ हो रहा है। प्रदेश में रीवा, सतना और दतिया में भी एयर पोर्ट बनने जा रहा है। इसके साथ ही उज्जैन, गुना और शिवपुरी में भी हवाई सेवा का विस्तार किया जाएगा। प्रदेश में अब 10 एयरपोर्ट बन जाएंगे। प्रदेश में अब प्रति सप्ताह एक हजार विमानों का आवागमन हो रहा है।
देश में नागर विमानन अधोसरंचना और सेवा का निरंतर हो रहा विस्तार
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में नागर विमानन की अधोसंरचना और सेवा को बढ़ावा देने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए गए हैं। इसी का परिणाम है कि प्रधानमंत्री मोदी महाराष्ट्र में कोल्हापुर और पुणे, मध्यप्रदेश में जबलपुर और ग्वालियर, उत्तरप्रदेश के छह हवाई अड्डों क्रमश: लखनऊ, आज़मगढ़, अलीगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती और चित्रकूट एवं नई दिल्ली में नए टी-1 टर्मिनल और पंजाब में आदमपुर हवाई अड्डों का उद्घाटन कर रहे हैं। साथ ही कर्नाटक में बेलगावी व हुबली और आंध्रप्रदेश में कड़प्पा हवाई अड्डों पर नए टर्मिनल भवनों की आधारशिला भी रखी जा रही है।
ग्वालियर एयरपोर्ट क्षेत्र की प्रगति को नए आयाम देगा: विधान सभा अध्यक्ष तोमर
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन ग्वालियर क्षेत्र की प्रगति को नए आयाम देगा। नए भवन का विकास ग्वालियर की संस्कृति और धरोहरों को शामिल करते हुए किया गया है, जो इस भवन को जीवंत बनाता है। भवन का निर्माण समय सीमा में किया गया। विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया के योगदान का स्मरण भी किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा आम आदमी के लिए एयर एम्बुलेंस की सेवा आरंभ करना उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है।
ग्वालियर के नए टर्मिनल भवन में दिखती है क्षेत्र की संस्कृति और वास्तुकला की झलक
देश के नागर विमानन इतिहास में सबसे कम समय में राजमाता विजयाराजे सिंधिया हवाई अड्डा ग्वालियर का नया टर्मिनल भवन बनकर तैयार हुआ है। इसमें ग्वालियर के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक वैभव एवं वास्तुकला की झलक दिखाई देती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा 498 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से रिकॉर्ड लगभग 16 माह में टर्मिनल भवन का कार्य पूर्ण किया गया है। अत्याधुनिक उड्डयन सेवाओं से सुसज्जित यह टर्मिनल अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से परिपूर्ण हैं।
लगभग 20 हजार 230 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्थापित इस टर्मिनल भवन एक साथ 1400 यात्रियों को सुविधायें देने में सक्षम है। इसमें 16 चैक इन काउण्टर्स, 4 लिफ्ट, 4 पेसेंजर ब्रिज, 6 एक्सरे मशीन, 3 एस्केलेटर एवं 700 वाहनों की पार्किंग क्षमता विकसित की गई है। हवाई अड्डे पर बुनियादी ढाँचे के निर्माण के अलावा ग्वालियर को अधिक से अधिक शहरों से जोड़ने की क्षमता विकसित की गई है। वर्तमान में ग्वालियर से अहमदाबाद, बेंगलुरु, दिल्ली, हैदराबाद, इंदौर, मुम्बई एवं अयोध्या के लिये हवाई उड़ानें उपलब्ध हैं।
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