पाकिस्तान के पंजाब सूबे में हाल ही में बनी मरियम सरकार के मंत्रिमंडलमें एक सिख, सरदार रमेश सिंह अरोड़ा को मंत्री बनाया गया है। रमेश सिंह को अल्पसंख्यक मामलों का मंत्री बनाया गया है। पाकिस्तान के अब तक के इतिहास में पहली बार एक सिख को मंत्रीमंडल में जगह मिलने से स्थानीय सिख समुदाय को आश्चर्यमिश्रित संतोष हुआ है और उन्हें लग रहा है कि शायद पाकिस्तान में, विशेष रूप से पंजाब में अब हिन्दू—सिखों का दर्द सुनने वाला कोई है। लेकिन यह बात कितनी सही साबित होगी यह तो वक्त ही बताएगा।
पंजाब सूबे में पहली बार सिख मंत्री बने सरदार रमेश सिंह इन चुनावों में तीसरी बार असेंबली की सीट जीते थे। अरोड़ा ने पद की शपथ ले ली है और काम भी शुरू कर दिया है। उस पंजाब में एक सिख का मंत्री बन जाना आश्चर्य से इसलिए देखा जा रहा है क्योंकि बंटवारे के बाद से पंजाब के उस हिस्से में आज तक कोई सिख मंत्री नहीं बना था जबकि वहां पंजाबी हिन्दुओं और सिखों की एक बड़ी आबादी निवास करती है। सरदार रमेश सिंह पंजाब के नारोवाल जिले के रहने वाले हैं। पहली बार वे 2013 में सूबे की असेंबली के सदस्य निर्वाचित हुए थे।
पंजाब में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सरदार रमेश सिंह अरोड़ा वहीं सिख प्रतिनिधि हैं जिन्हें गत वर्ष करतारपुर साहिब कारिडोर के लिए राजदूत बनाया गया था। सरदार रमेश सिंह ने 3 साल के लिए पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का अध्यक्ष पद भी संभाल चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि 8 फरवरी को संपन्न हुए चुनावों में पंजाब में पीएमएल पार्टी को सरकार बनाने का न्योता मिला था। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पुत्री मरियम नवाज शरीफ को विधायक मंडल का नेता चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री बनाया गया था। मरियम ने अपनी सरकार में सरदार रमेश सिंह को अल्पसंख्यक मामलों का मंत्री बनाने का फैसला किया था। गत 7 मार्च को रमेश सिंह ने पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद विभाग का कामकाज देखना शुरू कर दिया है।
रमेश सिंह की ही तरह एक अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के विधायक को भी पंजाब के मंत्रीमंडल में जगह दी गई है। ये हैं ईसाई समुदाय से आने वाले खलील ताहिर सिंधू, जिन्हें सूबे की सरकार में मानवाधिकार मामलों का मंत्री बनाया गया है।
पंजाब में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सरदार रमेश सिंह अरोड़ा वहीं सिख प्रतिनिधि हैं जिन्हें गत वर्ष करतारपुर साहिब कारिडोर के लिए राजदूत बनाया गया था। सरदार रमेश सिंह ने 3 साल के लिए पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का अध्यक्ष पद भी संभाल चुके हैं।
सरदार रमेश सिंह को मंत्री बनाए जाने से सूबे के अल्पसंख्यक खुश हैं लेकिन उनके मन में एक शंका भी है कि मंत्रीमंडल में मौजूद कट्टर मजहबी सदस्य अल्पसंख्यक मामलों को कितना मोल देंगे; लेकिन फिलहाल तो नारोवाल ही नहीं, पूरे पंजाब के हिन्दू—सिख कुछ सुकून सा तो जरूर महसूस कर रहे हैं।
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