एक सवाल पूछता हूं- एक साथ पढ़ाई-लिखाई करके कॉलेज से बाहर निकले दो युवकों में से एक डिजिटल तकनीकों पर पकड़ रखता है, जबकि दूसरा कंप्यूटर-मोबाइल-इंटरनेट से कामचलाऊ संबंध भर रखता है। दोनों में से किसकी तरक्की के आसार ज्यादा हैं? अधिक उम्मीद इसी बात की है कि आप अपना दांव पहले युवक के पक्ष में लगाएंगे। मैं भी यही करूंगा। तकनीक ने हममें से हर एक के लिए कामयाबी और समृद्धि के नए रास्ते खोले हैं। कुछ के कॅरियर का कायाकल्प हो गया है, तो कुछ ने नए जमाने का कारोबार खोल लिया है। कुछ ऐसे हैं, जिनके लिए तकनीक अतिरिक्त आय का जरिया बनकर सामने आई है। यह रास्ता बहुत मुश्किल हो, ऐसा भी नहीं है- आप भी चाहें तो अपनी किस्मत आजमा सकते हैं।
यूट्यूब का उदाहरण लीजिए। हालांकि यूट्यूब पर चैनल चलाने वालों की संख्या लाखों में है और वहां प्रतिद्वंद्विता भी बढ़ती जा रही है, लेकिन फिर भी अच्छा वीडियो कंटेंट तैयार करने वालों की मांग बनी रहेगी। आपने कुछ टेलीविजन चैनलों के वरिष्ठ पत्रकारों के उदाहरण देखे होंगे, जिन्होंने टीवी चैनल छोड़ने के बाद यूट्यूब पर अपना चैनल बनाया और कुछ ही महीनों में उनके सबस्क्राइबरों की संख्या दसियों लाख तक जा पहुंची। बहुत संभव है कि आज ये लोग टेलीविजन चैनल के दिनों से भी ज्यादा पैसा यूट्यूब पर कमा रहे हों।
हर वह व्यक्ति, जिसका कोई न कोई गूगल अकाउंट है, यूट्यूब पर अपना चैनल बना सकता है। जिनका अकाउंट नहीं है, वे नया अकाउंट बनाकर ऐसा कर सकते हैं। हां, आपको इस माध्यम की थोड़ी समझ होनी चाहिए। वीडियो बनाना, एडिट करना, यूट्यूब पर पोस्ट करना और उसका प्रचार करना इस काम की बुनियादी शर्तें हैं। बाकी सोशल मीडिया का वह नियम यहां भी चलता है कि एक वायरल कंटेंट आपको कहां से कहां पहुंचा सकता है। यहां आपको यूट्यूब प्लेटफॉर्म के जरिए तो विज्ञापन मिलते ही हैं, कई कंपनियां भी आपको स्पॉन्सर कर सकती हैं और अपने उत्पाद के प्रमोशन के लिए आपकी मदद ले सकती है। अच्छे यूट्यूबरों की कमाई 50 हजार रुपये से लेकर आठ-दस लाख रुपये प्रति माह तक भी जा सकती है। चंद यूट्यूबरों की आय तो करोड़ों में है।
आपने टेक्निकल गुरुजी नामक यूट्यूबर के बनाए हुए वीडियो देखे होंगे। असली नाम है- गौरव चौधरी, और इन्हें भारत के सबसे पहले यूट्यूब उद्यमियों में गिना जाता है। इस माध्यम पर इनके करीब ढाई करोड़ सबस्क्राइबर हैं। ये तकनीकी विषयों पर वीडियो बनाते हैं और यूट्यूब पर तकनीकी मुद्दों पर इनके वीडियो की अच्छी-खासी लोकप्रियता तथा साख है। करोड़ों में कमाई करने वाले गौरव चौधरी करोड़ों की गाड़ियों में चलते हैं, लाखों के मोबाइल फोन और घड़ियों का प्रयोग करते हैं। उनकी जीवनशैली से हमें कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन यह जीवनशैली उनकी आमदनी की ओर संकेत अवश्य करती है।
इन्हीं की श्रेणी के एक अन्य तकनीकी यूट्यूबर श्लोक श्रीवास्तव टेक बर्नर के नाम से यूट्यूब चैनल चलाते हैं। करोड़ों की आय अर्जित करने वाले श्लोक श्रीवास्तव ने 2014 में अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया था। शुरुआती संघर्ष के बाद ये इतने लोकप्रिय हुए कि कुछ वर्षों में एक करोड़ दस लाख से ज्यादा सबस्क्राइबरों तक जा पहुंचे और आमदनी हो गई करोड़ों में। अब इन्होंने अपने स्टूडियो में पचास-साठ कर्मचारी रखे हुए हैं।
हाल ही में दो कंपनियां शुरू की हैं- ओवरलेज (परिधान) और लेयर्स (मोबाइल, पीसी आदि पर चिपकाए जाने वाले स्टिकर) जिनमें लगभग 40 लोग काम करते हैं। वीडियो के साथ-साथ न जाने कितने करोड़ की कमाई इन दोनों कंपनियों से भी होने लगी है। इस उम्र का कोई अन्य युवा होता तो शायद इस समय रोजगार कार्यालयों के चक्कर लगा रहा होता।
(लेखक माइक्रोसॉफ़्ट एशिया में डेवलपर मार्केटिंग के प्रमुख हैं)
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