खाड़ी देश सऊदी अरब में राजा के हुक्म के बाद पांच पाकिस्तानियों को सूली टांग दिए जाने की सजा से पाकिस्तान के नेता सांसत में हैं। दोषी पाकिस्तानियों पर उस देश के हिसाब से गंभीर आरोप थे। उन्हें एक फैक्ट्री पर हमला बोलने और सुरक्षाकर्मियों को बांधकर उनमें से एक को मौत के घाट उतारने के जुर्म साबित हुए थे। उन्हें फांसी की सजा दी गई थी जिस पर शाही हुक्म मिलने के बाद कार्रवाई की गई। गत दिनों दी गई इन पाकिस्तानियों को यह सजा दिए जाने के बाद इस बात की एक बार से फिर से पुष्टि होती है कि अरबी देश में आज भी कुछ अपराधों के लिए फांसी जैसी कठोर सजा दी जाती है।
पांचों पाकिस्तानियों ने जिस कंपनी पर हमला किया था वहां के सुरक्षाकर्मियों में से एक बांग्लादेशी की उन्होंने हत्या कर दी थी। सऊदी अरब के अधिकारियों ने कंपनी पर हमला बोलकर हत्या करने की पूरी घटना की गहन जांच के बाद उन पाकिस्तानियों को दोषी करार दिया था। इस अपराध के लिए अदालत ने वहां के कानून के अनुसार फांसी की सजा तय की गई। इस सजा के लिए शाही फरमान तलब किया गया था। वहां के राजा ने भी हुक्म जारी कर दिया और सजा दे दी गई।
इस बारे में गल्फ न्यूज ने जो रिपोर्ट प्रकाशित की है उसमें बताया गया है कि अपराधियों ने अदालत के उस फैसले के विरुद्ध उच्च अदालतों में अपील दायर की थी। सुनवाई के बाद उच्च अदालतों ने भी निचली अदालत के फैसले को यथावत रखा था। आगे इस पर शाही हुक्म लिया गया और गत 5 मार्च को मक्का में उन पांचों को सूली पर टांग दिया गया। सऊदी अरब में आज भी किसी की हत्या करने, आतंकवादी हमले और मादक पदार्थों की तस्करी की सजा मौत ही है।
इसी साल जनवरी माह में सऊदी अरब में इथियोपिया के चार लोगों को फांसी दी गई थी। उन्होंने सूडान के एक नागरिक की हत्या की थी। अभियोग में अपराध सिद्ध होने के बाद चारों अपराधियों को सूली पर टांगा गया था। आरोपियों ने सूडान के व्यक्ति पर जानलेवा हमला बोला था। इतना ही नहीं, उन्होंने उसके हाथ-पैर बांध दिए और चाकू गोदकर उसकी जान ले ली थी।
इसी साल जनवरी माह में सऊदी अरब में इथियोपिया के चार लोगों को फांसी दी गई थी। उन्होंने सूडान के एक नागरिक की हत्या की थी। अभियोग में अपराध सिद्ध होने के बाद चारों अपराधियों को सूली पर टांगा गया था। आरोपियों ने सूडान के व्यक्ति पर जानलेवा हमला बोला था। इतना ही नहीं, उन्होंने उसके हाथ-पैर बांध दिए और चाकू गोदकर उसकी जान ले ली थी।
ऐसे अपराधों के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने वाले उस खाड़ी देश में दिसंबर 2023 में भी बांग्लादेश के दो नागरिकों को फांसी की सजा दी गई थी। उन्होंने पैसे को लेकर एक भारतीय नागरिक से झगड़ा किया था और इस दौरान उसके मुंह में कीटनाशक डाल दिया था। इससे उसकी मौत हो गई। उन बांग्लादेशियों पर भी केस चला और अदालत ने उन्हें हत्या का दोषी पाकर मौत की सजा सुनाई। इसके बाद दोनों को सूली पर टांग दिया गया था।
कहा जाता है कि कुछ बेहद गंभीर अपराधों को अपने यहां बिल्कुल भी बर्दाश्त न करने वाली इस अरब देश में संभवत: कानून व्यवस्था का इतना भय है। वहां अपराधों को ग्राफ भी काफी नीचा दिखता है और नागरिक भी अपने दैनिक व्यवहार में कानूनों का गंभीरता से पालन करते हैं।
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