भारत में मुस्लिमों को प्रताड़ित करने का झूठा दावा करने वाले पाकिस्तान समेत अन्य मुस्लिम देश शोर शराबा करते हैं। लेकिन इन देशों को चीन में उइगर मुस्लिमों की दुर्दशा नहीं दिखती है। चीन इन मुस्लिमों का जमकर दमन कर रहा है। अब खबर सामने आ रही है कि चीन इन मुस्लिमों का ‘चीनीकरण’ करने जा रहा है। इसके लिए चीनी सरकार ने एक अभियान चलाने का ऐलान किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिम रहते हैं। यहां पर चीनी मिलिट्री ने कई सारे कैम्प बना रखे हैं। इन डिटेंसन सेटरों में शिक्षा और सुधार के नाम पर मुस्लिमों को लाया जाता है और फिर शुरू होता है असली खेल। यहां इन मुस्लिमों को प्रताड़ित किया जाता है। इसकी कई सारी रिपोर्ट्स सामने आ चुकी हैं, लेकिन इस मामले में इस्लाम के ठेकेदारों ने बिल्कुल ही चुप्पी साध रखी है। अभी 6 माह पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शिनजियांग के दौरे पर आए थे। यहां उन्होंने अधिकारियों को मुस्लिमों का ‘सिनिसाइजेशन’ शुरू करने का आदेश दिया।
इसे भी पढ़ें: Israel Hamas War: गाजा में मानवीय मदद में तेजी लाने के लिए अस्थायी बंदरगाह बनाएगा अमेरिका
क्या है सिनिसाइजेशन
सिनिसाइजेशन का मतलब है चीनीकरण। अगर से सामान्य अर्थों में समझने की कोशिश की जाए तो इसका मतलब ये है कि किसी चीन की परंपरा, संस्कृति और लाइफ स्टाइल के अनुरूप ढालना। इसकी शुरुआत चीन में हो चुकी हैं। वहां की वामपंथी सरकार शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के कुरान पढ़ने पर रोक लगा चुकी है। मुस्लिमों की मस्जिदों को ढहा दिया गया। डिटेंसन सेंटरों में उन्हें चीनी लाइफ स्टाइल को अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इन मुस्लिमों को चीनी सरकार के प्रति वफादार बनाने की कोशिश की जा रही है। ये सारी चीजें सिनिसाइजेशन का हिस्सा हैं।
इसको लेकर चीन के एक वरिष्ठ वामपंथी नेता मा शिनग्रुई का कहना है कि उइगर मुस्लिमों का चीनीकरण देश के लिए जरूरी हो गया है। ये बात उन्होंने चीन के वार्षिक संसदीय सत्र के दौरान कही। केवल उइगर मुस्लिमों ही नही, बल्कि शी जिनपिंग हाल के दिनों में ये बातें कह चुके हैं कि उइगर मुस्लिमों के अलावा बौद्धों, ईसाइयों का भी सिनिसाइजेशन होना चाहिए। इस्लाम के खिलाफ तो चीन ने बकायदा एक साल तक उत्तर पश्चिम प्रांत में विशेष अभियान भी चलाया। इस अभियान को चीनी प्रशासन ने आतंकवाद के खिलाफ अभियान नाम दिया और इसकी आड़ में मुस्लिम उइगरों का जमकर दमन किया गया।
वर्ष 2022 में संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट में भी उइगर मुस्लिमों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें इस बात का खुलासा किया गया था कि चीन में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। चीन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब आलोचना हुई। हालांकि, उसे इससे कोई अंतर नहीं पड़ा। वहां सिनिसाइजेशन हो रहा है।
टिप्पणियाँ