केरल की कई यूनिवर्सिटीज के कुलपतियों के खिलाफ गुरुवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के चाबुक चला दिया। उन्होंने बड़ा कदम उठाते हुए कालीकट और संस्कृत विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को उनके पद से बर्खास्त कर दिया। राज्यपाल ने जहां यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) के मानदंडों का उल्लंघन करने का दोषी पाए जाने के बाद कालीकट विश्वविद्यालय के वीसी डॉ एमवी नारायणन निष्काषित कर दिया, तो वहीं डिजिटल और ओपन यूनिवर्सिटी वे कुलपति डॉ. साजी गोपीनाथ और मुबारक पाशा की नियुक्ति पर भी यूजीसी की राय मांगी।
दरअसल, सर्च कमेटी में केवल एक ही नाम सुझाया गया था, जिसके बाद संस्कृत के कुलपति को बर्खास्त किया गया। नियम कहते हैं के राज्यपाल के पास विचार के लिए कम से कम तीन नामों को भेजा जाना चाहिए था। वही निकाले जाने के बाद नारायणगुरू के ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति मुबारक पाशा ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा भी भेज दिया है, हालांकि, अभी तक उसे स्वीकार नहीं किया गया है। कुलपतियों के बर्खास्तगी की प्रक्रिया को राजभवन की तरफ से पूरा कर लिया गया है।
कानून के उल्लंघन का मामला
हाल ही में यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने राज्यपाल को इस बात की शिकायत करते हुए बताया था कि विश्वविद्यालयों में की गई सभी चार नियुक्तियों में कानूनों का उल्लंघन किया गया है। बहरहाल साजी गोपीनाथ को तकनीकी विश्वविद्यालय का प्रभारी बनाया गया है और अंतरिम वीसी का चार्ज भी संभालेंगे। अगर, उन्हें निकाला जाता है तो फिर दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। ओपन और डिजिटल यूनिवर्सिटी के वीसी की नियुक्ति भी जांच के दायरे में है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें यूजीसी प्रतिनिधि सहित एक समिति बनाए बिना नियुक्त किया गया था। ओपन यूनिवर्सिटी के वीसी के पास प्रोफेसर के तौर पर 10 साल का अनुभव नहीं है। नियुक्ति समिति में मुख्य सचिव की सदस्यता के कारण कालीकट वीसी को बाहर कर दिया गया है।
Kerala: गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान एक्शन में, कालीकट और संस्कृत विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को किया बर्खास्त
टिप्पणियाँ