नई दिल्ली। इंडी गंठबंधन में शामिल डीएमके के नेता आए दिन सनातन धर्म के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं। उदयनिधि स्टालिन को गत दिनों सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई थी। लेकिन अब ए राजा ने सनातन विरोधी बयान दिया है। उन्होंने भगवान हनुमान की तुलना बंदर से करते हुए जय श्री राम के नारे को घृणास्पद बताया।
डीएमके नेता ए. राजा ने तमिलनाडु में एक कार्यक्रम में कहा कि यहां तमिल एक राष्ट्र और एक देश है। मलयालम एक भाषा, एक राष्ट्र और एक देश है। ओडिया एक राष्ट्र, एक भाषा और एक देश है। ये सभी राष्ट्र मिलकर भारत बनाते हैं, तो भारत देश नहीं है, बल्कि एक उपमहाद्वीप है। उन्होंने भगवान हनुमान की तुलना बंदर से करते हुए ‘जय श्री राम’ के नारे को घृणास्पद बताया है।
ये है ए राजा का बयान
पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा ने कहा, ”भारत कभी एक राष्ट्र था ही नहीं। एक राष्ट्र का अर्थ है एक भाषा, एक परंपरा और एक संस्कृति, तभी यह एक राष्ट्र होता है। भारत एक राष्ट्र नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है। यहां तमिल एक राष्ट्र और एक देश है। मलयालम एक भाषा, एक राष्ट्र और एक देश है। उड़िया एक राष्ट्र, एक भाषा और एक देश है. ये सभी राष्ट्र मिलकर भारत बनाते हैं तो भारत देश नहीं है। यह एक उपमहाद्वीप है। वहां बहुत सारी परंपराएं और संस्कृतियां हैं। यदि आप तमिलनाडु आते हैं तो वहां की एक संस्कृति है। केरल में एक और संस्कृति है। दिल्ली में एक और संस्कृति है। उड़िया में एक और संस्कृति है। इसी तरह कश्मीर में भी एक संस्कृति है। इसे स्वीकार करो। मणिपुर में लोग कुत्ते का मांस खाते हैं, इस बात को स्वीकार करें। यदि कोई समुदाय गोमांस खाता है तो आपको क्या समस्या है? क्या उन्होंने आपसे खाने के लिए कहा? इसलिए अनेकता में एकता होने के बाद भी हमारे बीच मतभेद हैं, इसे स्वीकार करो।
डीएमके नेता ए राजा वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि अगर आप कहेंगे कि ये आपके ईश्वर हैं और भारत माता की जय तो हम उस ईश्वर और भारत माता को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। कह दो इनको, हम सब राम के शत्रु हैं। उन्होंने कहा कि मुझे रामायण और भगवान राम पर विश्वास नहीं है।
भाजपा ने दी कड़ी प्रतक्रिया
ए राजा के बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को डीएमके सांसद ए राजा के बयान पर हमला करते हुए उन्हें भारत के लोकाचार का अपमान करने वाला बताया है। ‘जय श्री राम’ और भारत के विचार वाले वीडियो को साझा करते हुए भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर कहा, ”डीएमके की तरफ से नफरत भरे भाषण लगातार किए जा रहे हैं। पहले उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को खत्म करने के आह्वान के बाद अब ए राजा हैं, जो भारत के विभाजन की बात कर रहे हैं। भगवान राम का मजाक उड़ा रहे हैं, मणिपुरियों पर अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हैं और एक राष्ट्र के रूप में भारत के विचार पर सवाल उठा रहे हैं।”
पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने सवालिया लहजे में कहा, ”ए राजा ने कहा कि हम ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।” रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि क्या सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे इससे सहमत हैं? क्या डीएमके अन्य धर्मों के देवताओं के खिलाफ ऐसी अपमानजनक टिप्पणियों का इस्तेमाल करेगी? हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट है कि भारत के लोकाचार का अपमान करना, सार्वजनिक रूप से हिंदू देवताओं को अपमानित करना और भारत के विचार पर सवाल उठाना इनकी पहचान बन गई है।” क्या आईएनडीआई गठबंधन अपने राजनीतिक लाभ के लिए इतना नीचे गिरने को तैयार है कि वे ऐसी टिप्पणियों को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं?”
(इनपुट सिंडिकेट फीड)
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