केरल में पी विजयन की अगुवाई वाली वामपंथी सरकार में एसएफआई के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी लगातार बढ़ती जा रही है। ताजा मामला कोयिलैंडी आर शंकर कॉलेज में रैंगिंग का है, जहां सी आर अमल नाम के एक पीड़ित छात्र की शिकायत प्रिंसिपल ने दो लोगों को सस्पेंड कर दिया है। अलम को SFI के कार्यकर्ताओं ने बेरहमी से पीटा था। वहीं तीन अन्य को SFI सचिव अनुनाथ की शिकायत पर निलंबित किया गया है। अनुनाथ नाम के व्यक्ति ने अमल के दोस्तों पर पिटाई करने का आरोप लगाया था।
केरल कौमुदी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमल की शिकायत पर एसएफआई की यूनिट के सचिव एआर अनुनाथ (बीबीए प्रथम वर्ष) और इसके यूनियन के अध्यक्ष अखिल कृष्ण (बीएससी रसायन विज्ञान द्वितीय वर्ष) के खिलाफ कार्रवाई की गई है। वहीं अनुनाथ की शिकायत पर मुहम्मद शफ़ाक (द्वितीय वर्ष बीए), सी. आदित्यन (द्वितीय वर्ष बीबीए) और पी के आदर्श (द्वितीय वर्ष बीकॉम) को निलंबित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस मारपीट के मामले में कॉलेज अधिकारियों द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में सभी पांचों को दोषी पाए जाने के बाद कार्रवाई की गई।
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कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि जांच आयोग और कॉलेज द्वारा नियुक्त रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी। वहीं अमल की शिकायत पर पुलिस जांच कर रही है।
SFI के कृत्यों को छुपाने का आरोप
वहीं कॉलेस पर एसएफआई के अत्याचारों को छुपाने का आरोप लगा है। केएसयू ने SFI के अत्याचार के खिलाफ शिकायत की थी, लेकिन उसके खिलाफ शुरुआत में एक्शन लेने की जगह कॉलेज चुप रहा। जिसके बाद केएसयू की तरफ से प्रदर्शन कर प्रिंसिपल को ब्लॉक किया गया। केएसयू के स्टेट कमेटी के सदस्य एके जानिब का आरोप है कि SFI कार्यकर्ताओं ने मामले को दबाने के लिए फर्जी शिकायत की थी। इस मामले में अमल पर हमला करने वाले सभी वामपंथी छात्रों को कॉलेज से पूरी तरह से बाहर करने की मांग की गई है। कॉलेज के प्रिंसिपल पर तीन निर्दोष लोगों पर कार्रवाई करने के आरोप भी लग रहे हैं।
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