जनमानस में बढ़ा मानस-प्रेम
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

जनमानस में बढ़ा मानस-प्रेम

25 जनवरी, 2024 की सुबह तक इसे 12 लाख से अधिक लोगों ने सर्च किया, 65,000 से अधिक ने पढ़ा और 53,000 से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया। गीता प्रेस 15 भाषाओं में पुस्तकें प्रकाशित करती है।

by WEB DESK
Mar 2, 2024, 08:25 pm IST
in भारत, उत्तर प्रदेश, संस्कृति
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बनने के बाद से गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित श्रीरामचरितमानस, अयोध्या दर्शन, अयोध्या महात्म्य और श्रीमद्भगवद्गीता की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई है

डॉ. संतोष कुमार तिवारी
लेखक सेवानिवृत्त प्रोफेसर हैं

अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय होने के बाद से गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित श्रीरामचरितमानस की मांग तेजी से बढ़ी है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद तो इसकी मांग इतनी बढ़ गई कि गीता प्रेस को कहना पड़ा कि इतनी अधिक प्रतियां तुरंत छापना और उनकी बाइंडिंग करा कर भेजना उसके लिए संभव नहीं है। गोस्वामी तुलसीदास कृत श्रीरामचरितमानस की बढ़ती मांग को देखते हुए गीता प्रेस ने 16 जनवरी, 2024 को अपनी वेबसाइट पर सीमित समय के लिए श्रीरामचरितमानस (दस भाषाओं में), अयोध्या दर्शन तथा अयोध्या महात्म्य पुस्तकें मुफ्त डाउनलोड करने की इजाजत25 जनवरी, 2024 की सुबह तक इसे 12 लाख से अधिक लोगों ने सर्च किया, 65,000 से अधिक ने पढ़ा और 53,000 से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया। गीता प्रेस 15 भाषाओं में पुस्तकें प्रकाशित करती है। दे दी।

गीता प्रेस के प्रबंधक लालमणि तिवारी ने बताया कि पिछले वर्ष तक प्रतिमाह श्रीरामचरितमानस की औसतन 75,000 प्रतियां प्रकाशित की जा रही थीं, जिसे इस वर्ष बढ़ा कर एक लाख कर दिया गया है। फिर भी इसकी जितनी मांग है, गीता प्रेस उसे पूरा करने में असमर्थ है। अभी हाल में जयपुर से अचानक श्रीरामचरितमानस की 50,000 प्रतियों की मांग आई। इसी तरह, भागलपुर से 10,000 प्रतियां मांगी गई। लालमणि तिवारी ने यह भी बताया कि हमारे पास पुस्तकों के रख-रखाव आदि के लिए स्थान भी पर्याप्त नहीं है।

यह बढ़ती मांग श्रीरामचरितमानस तक ही सीमित नहीं है। श्रीहनुमानचालीसा और सुन्दर काण्ड की मांग भी बहुत बढ़ गई है। कुछ दिन पहले गुजरात से श्रीमद्भगवद्गीता की 50 लाख प्रतियों की मांग आई। इतनी प्रतियां तुरंत छापना और बाइंडिंग करा कर भेजना किसी भी प्रेस के लिए एवरेस्ट पर चढ़ने जैसा मुश्किल काम है। धार्मिक पुस्तकों की बढ़ती मांग का एक कारण यह है कि धर्म की ओर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ा है।

‘अयोध्या दर्शन’ पुस्तक में छपे कुछ ऐतिहासिक चित्र

दूसरा कारण यह है कि लोगों को समझ में आने लगा है कि इन पुस्तकों को पढ़ कर और उनके अनुसार आचरण करके अपने जीवन और परिवार में सुधार लाया जा सकता है तथा अधिक सकारात्मक ऊर्जा के साथ जीवन जिया जा सकता है।

तीसरा कारण, इन पुस्तकों के प्रति नवयुवकों की भी रुचि काफी बढ़ी है।

चौथा कारण, अब लोग उपहार स्वरूप श्रीरामचरितमानस भेंट करने लगे हैं। और सबसे बड़ा कारण यह है कि गीता प्रेस को धार्मिक-आध्यात्मिक पुस्तकों के मूल पाठ की शुद्धता के लिए जाना जाता है।

सनातन धर्म की इन पुस्तकों को कोई भी छाप सकता है इसलिए इन्हें अन्य प्रकाशक छापते भी हैं। लेकिन गीता प्रेस की पुस्तकों की छपाई आकर्षक तो होती ही है, बाइंडिंग बहुत अच्छी होती है और मूल्य भी कम होता है। इसके बावजूद, गीता प्रेस का उद्देश्य लाभ कमाना नहीं है। श्रीरामचरितमानस के अतिरिक्त जिन दो अन्य पुस्तकों के मुफ्त डाउनलोड की अनुमति गीता प्रेस ने दी है, वे हैं- अयोध्या दर्शन तथा अयोध्या महात्म्य।

अयोध्या नाम क्यों पड़ा?

अयोध्या दर्शन में ‘कल्याण’ के आदि संपादक श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार (1892-1971) का एक लेख है- ‘दशरथ के समय की अयोध्या’। इस लेख में बताया गया है कि दशरथ जी के समय में इस नगर का नाम इसलिए ‘अयोध्या’ पड़ा, क्योंकि वहां कोई भी शत्रु युद्ध के लिए नहीं आ सकता था। ‘अयोध्या दर्शन’ पुस्तक के अब तक इस पुस्तक के कई संस्करण निकल चुके हैं और लगभग एक लाख प्रतियां छप चुकी हैं। इस पुस्तक में 100 से अधिक पृष्ठ हैं और मूल्य 25 रुपये है। अयोध्या मंदिर ट्रस्ट ने प्राण प्रतिष्ठा के दिन आए सभी अतिथियों को प्रसाद के साथ अयोध्या दर्शन पुस्तक देने के लिए इसकी दस हजार प्रतियां मंगाई थीं।

हनुमानगढ़ी की महिमा

इस पुस्तक में अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी के बारे में श्री भागीरथराम मिश्र ‘ब्रह्मचारी’ और श्री राम दुबे का एक लेख है। इस लेख में बताया गया है कि एक बार लखनऊ और फैजाबाद के प्रशासक नवाब मंसूर अली का एक पुत्र किसी भयंकर रोग से पीड़ित हो गया। बड़े-बड़े वैद्यों और हकीमों के इलाज से भी जब वह ठीक नहीं हुआ, तब वह हनुमानगढ़ी में श्री हनुमानजी के शरण में आया और उसे भीषण रोग से मुक्ति मिल गई। नवाब ने श्रद्धा से 52 बीघा जमीन मंदिर को दान कर दी और साधुओं की सुविधा के लिए इमली का एक विशाल बाग लगवा दिया। आज भी हिंदुओं के साथ मुसलमान भी इस मंदिर में आकर श्रद्धापूर्वक पूजा-भेंट अर्पित करते हैं। हनुमानगढ़ी की स्थापना स्वामी अभयारामदास जी ने की थी, जो एक सिद्ध महात्मा थे।

अयोध्या महात्म्य

इस पुस्तक में अयोध्या यात्रा-दर्शन आदि का महात्म्य, अयोध्या तीर्थ सर्वोत्कृष्ट क्यों है, सरयू नदी की उत्पत्ति का इतिहास और उसके महात्म्य आदि के बारे में बताया गया है। इसमें यह भी बताया गया है कि अयोध्या देवी के अनुग्रह से किस प्रकार पांच महापपियों का उद्धार हुआ। 500 से अधिक पृष्ठों की इस पुस्तक का मूल्य मात्र 100 रुपये है। अयोध्या दर्शन तथा अयोध्या महात्म्य, दोनों ही पुस्तकों में भगवान श्रीराम और अयोध्या से जुड़े अनेक स्थानों के मनमोहक रंगीन चित्र भी हैं।

Topics: Shri Ram templeश्रीरामचरितमानसmanasShri Ramcharitmanasप्राण प्रतिष्ठाPran PratisthaShrimad Bhagwad GeetaAyodhyaश्रीहनुमानचालीसाअयोध्यासुन्दर काण्डश्रीराम मंदिरShri Hanuman Chalisaश्रीमद्भगवद्गीताSundar Kand
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Pahalgam terror attack

परिवार समेत इस्लाम त्यागने की दी चेतावनी, पहलगाम हमले से दुखी बबलू खान, सनातन धर्म में आस्था

श्रीमद्भगवद्गीता

श्रीमद्भगवद्गीता और भरत मुनि का नाट्यशास्त्र अब यूनेस्को के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में अंकित

अयोध्या में आस्था से सराबोर भक्त

रामलला का छठी उत्सव, हनुमान जन्मोत्सव और चैत्र पूर्णिमा: अद्भुत संयोग पर अयोध्या में आस्था का सैलाब

श्रीराम लला का सूर्यतिलक

राम लला का सूर्याभिषेक, साक्षी बना अखिल ब्रह्मांड

श्रीराम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ

औरंगजेब ने 350 साल पहले जिस श्रीराम मंदिर को किया था ध्वस्त, सीएम योगी ने उसका किया शिलान्यास, तुलसीदास जी से कनेक्शन

अयोध्या में विराजे रामलला

रामनवमी पर अयोध्या में बड़ी तैयारी, श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies