उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक मुस्लिम युवती मंताशा की घर वापसी करने का मामला प्रकाश में आया है। जहां सनातन धर्म और उसके रीति-रिवाजों में आस्था होने के चलते मंताशा ने सनातन धर्म में घर वापसी कर ली।
क्या है पूरा मामला
रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना रायबरेली जनपद के सलोन कोतवाली की बताई जा रही है। इसी इलाके में हिन्दू और मुस्लिम परिवार रहते हैं। मंताशा भी यहीं की रहने वाली है। वह अपने पड़ोस में रहने वाले हिन्दू युवक आशीष मौर्य से प्रेम करती थी। दरअसल, दोनों बचपन से एक साथ खेले और बड़े हुए। दोनों के बीच दोस्ती भी हो गई। वक्त बीता और दोनों को एक दूसरे से प्रेम हो गया। जब ये बात मंताशा के घर वालों को पता चली तो वे झिझकने लगे कि वो एक मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं और लड़का हिन्दू है।
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मंताशा और आशीष के एक होने में सबसे बड़ी रुकावट उसका मजहब बन रहा था। इसीलिए पहले तो उसने अपने परिजनों को मनाने की कोशिशें की, लेकिन जब बात नहीं बनी तो भी उसने अपने प्रेमी के साथ विवाह करने की ठानी। इसके बाद दोनों जिले में ही स्थित एक मंदिर में गए और हनुमान जी को साक्षी मानकर दोनों ने विवाह कर लिया। उससे पहले मंताशा ने सनातन धर्म में घर वापसी कर अपना नाम मानसी रख लिया। शादी के बाद उसका नाम पति के नाम से जुड़ा और वह मानसी मौर्य बन गई।
सनातन धर्म से है लगाव
घर वापसी के बाद मंताशा (अब मानसी) ने बताया कि बचपन से वो सनातन धर्म और इसकी परंपराओं से रूबरू होती रही है और इस कारण से उसे सनातन धर्म और हिन्दू रीति-रिवाजों से गहरा लगाव रहा है। मंताशा का कहना है हिन्दू धर्म में लगाव होने के कारण ही उसने घर वापसी की है। उसने इच्छा जताई कि वो अपने पति के साथ भगवान राम के दर्शन करने के लिए अयोध्या जाना चाहती है।
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