शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार की मुसीबत आज उस समय और बढ़ गई जब उनके सहयोगी लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। विक्रमादित्य, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। उनकी मां प्रतिभा सिंह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व मंडी से सांसद है। भाजपा नेता जयराम ठाकुर ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने कांग्रेस पर्यवेक्षकों के समक्ष कहा है कि सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने के लिए तैयार हैं।
मुख्यमंत्री सुक्खू की सरकार आज विधानसभा के बजट सत्र में भाजपा के 15 विधायकों को निष्कासित कर दिया। सदन में इस पर जमकर हंगामा हुआ। इससे पहले मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस की सुक्खू सरकार अल्पमत में है। राज्य विधानसभा से भाजपा के 15 सदस्यों को निलंबित किए जाने पर जयराम ठाकुर ने एक विज्ञप्ति के जरिए कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार अल्पमत में हैं। तानाशाही हो रही है। सरकार डिवीज़न ऑफ़ वोट पर बजट पारित नहीं करवा सकती। इसलिए भाजपा के 15 सदस्यों को निलंबित किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है।
विधानसभा से इन्हें किया गया निलंबित
1.जयराम ठाकुर नेता प्रतिपक्ष
2. विपिन परमार
3. रणधीर शर्मा
4. लोकिन्द्र कुमार
5. विनोद कुमार
6. हंसराज
7.बलवीर वर्मा
8. त्रिलोक जम्वाल
9. सुरेंद्र शौरी
10. दीपराज
11. पूर्ण चंद ठाकुर
12. इन्द्र सिंह गांधी
13. दलीप ठाकुर
14. रणवीर सिंह निक्का
15. जनकराज
(इनपुट सिंडिकेट फीड)
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