Pakistan: जिन्ना के देश में सत्ता की सौदेबाजी, Nawaz की बेटी Maryam बनीं Punjab की पहली महिला CM

पीएमएल-एन की नेता ने पीटीआई के समर्थन वाले उम्मीदवार एसआईसी के राणा आफताब को चुनाव हराया

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WEB DESK

पड़ोसी इस्लामी देश में धांधलियों की कालिख में पुते आम चुनावों के लगभग 20 दिन बाद सत्ता की गोटियां आखिरकार बैठती दिख रही हैं। इसी तोलमोल के खेल में तय पाया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज पंजाब सूबे की पहली महिला मुख्यमंत्री बनें।

सत्ता की बंदरबांट में पिछले 20 दिन से लगीं दो पार्टियों, नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और बिलावल भुट्टो की पीपीपी के बीच शायद समझौता सिरे चढ़ गया है। इसी के फलस्वरूप कथित रूप से नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पद से अपना नाम पीछे खींचते हुए अपने छोटे भाई पूर्व प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ का नाम आगे करके अपनी बेटी के लिए पंजाब सूबे के मुख्यमंत्री की सीट का सौदा किया है।

नवाज और शाहबाज के बीच मरियम

मरियम का नाम पंजाब के लिए तय होने के बाद, पीएमएल-एन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की जिसमें लिखा कि हमारे मुल्क के इतिहास में पहली बार पंजाब सूबे की मुख्यमंत्री एक महिला बनने जा रही है। मरियम नवाज शरीफ पंजाब में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाली पहली महिला होने जा रही हैं। पीएमएल-एन की नेता ने पीटीआई के समर्थन वाले उम्मीदवार एसआईसी के राणा आफताब को चुनाव हराया है।

पंजाब विधानसभा में दाखिल होने से पहले मरियम जती उमरा में मौजूद अपनी मां की कब्र पर दुआ लेने गईं। पीएमएल-एन की सोशल मीडिया पोस्ट बताती है कि मरियम अपने नाना-नानी की कब्रों पर भी गईं। मरियम उस पंजाब सूबे की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी हैं जो उस देश में राजनीतिक रूप से ज्यादा अहम माना जाता है और पंजाब ही वह सूबा है जहां से पाकिस्तानी फौज के ज्यादातक कर्नल, जनरल आते रहे हैं।

इस तरह मरियम का मामला अब निपटता दिख रहा है। अब बात राष्ट्रपति पद की। इस पर बिलावल के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के पति आसिफ जरदारी का नाम सामने रखा जा रहा है। जरदारी भ्रष्टाचार के मुखिया के नाते पहले से ही काफी बदनाम हैं, लेकिन जिन्ना के देश में ऐसा व्यक्ति राष्ट्रपति के लिए चुना जाए तो कोई आश्चर्य की बात है भी नहीं।

सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के राणा आफताब

मरियम 50 साल की हैं और फिलहाल अपने परिवार की पार्टी पीएमएल—एन की उपाध्यक्ष हैं। बताया गया है कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पीटीआई का समर्थन पाई पार्टी सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) के राणा आफताब को मुख्यमंत्री के चुनाव में हराया है। वह भी उस सूरत में जब एसआईसी के सांसदों असेम्बली से बहिर्गमन कर गए थे।

12 करोड़ की जनसंख्या वाले पंजाब सूबे में मरियम नवाज मुख्यमंत्री के नाते कैसा प्रदर्शन करेंगी, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे उनके पिता नवाज शरीफ भी भ्रष्टाचारियों में ही गिने जाते हैं। ऐसे नेता जिन्होंने कथित तौर पर देश को चूना लगाकर अकूत संपत्ति जमा कर ली है।

पंजाब विधानसभा में दाखिल होने से पहले मरियम जती उमरा में मौजूद अपनी मां की कब्र पर दुआ लेने गईं। पीएमएल-एन की सोशल मीडिया पोस्ट बताती है कि मरियम अपने नाना-नानी की कब्रों पर भी गईं। पद की शपथ लेने के ​बाद मरियम उस पंजाब सूबे की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं जो उस देश में राजनीतिक रूप से ज्यादा अहम माना जाता है और पंजाब ही वह सूबा है जहां से पाकिस्तानी फौज के ज्यादातक कर्नल, जनरल आते रहे हैं।

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