हल्द्वानी : गौलापार बागजाला में 103 हेक्टेयर वन भूमि पर अवैध कब्जा
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

हल्द्वानी : गौलापार बागजाला में 103 हेक्टेयर वन भूमि पर अवैध कब्जा

पुलिस में पूर्व में दर्ज है एफआईआर, एक दो दिन में हो सकती है बड़ी कार्रवाई

by दिनेश मानसेरा
Feb 26, 2024, 03:26 pm IST
in उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

देहरादून। नैनीताल जिले में गौलापार क्षेत्र में बागजाला क्षेत्र में वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण बरसों से हटाया नहीं गया। ये वो आरक्षित वन क्षेत्र की भूमि है, जो 1978 में लीज पर दी गई थी और ये लीज 2008 में समाप्त हो गई थी। अब वन विभाग और नैनीताल जिला प्रशासन इस अतिक्रमण को मुक्त करने का अभियान एक-दो दिन में शुरू करने वाला है। वन विभाग ने डीएम, एसएसपी को पत्र लिखकर फोर्स मांगी है।

जानकारी के मुताबिक तराई पूर्वी वन प्रभाग क्षेत्र में गौला रोखड आरक्षित वन क्षेत्र की भूमि 1978 में 64 परिवारों को कृषि कार्य हेतु लीज पर दी गई थी। इस जमीन की लीज 2008 में खत्म हो गई। नियम ये कहता है कि जब लीज खत्म हो गई तो ये भूमि वन विभाग को वापस ले लेनी चाहिए थी, लेकिन वन विभाग के अधिकारी आंखे मूंदकर बैठे रहे और कागज फाइलों में दबते चले गए। जब ये मसला सुर्खियां बनाता तो कुछ दिन जांच पड़ताल होती, फिर विभाग खामोश हो जाता।

वन विभाग के डीएफओ स्तर से कुमायूं आयुक्त, जिला अधिकारी स्तर से भी ये विषय अतिक्रमण की बैठकों में चर्चा में आता और फिर ठंडे बस्ते में चला जाता। हाल ही में जब वन विभाग ने अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया तो बागजाला की फाइल से एक बार फिर धूल झाड़ी गई। इस बारे में डीएफओ बाबू लाल की 21.07 23 रिपोर्ट कहती है कि 2008 साल में लीज समाप्त होने के बाद किसी लीजधारक ने लीज नवीनीकरण का प्रार्थना पत्र नहीं दिया और न कोई शुल्क जमा करवाया।

एक अन्य रिपोर्ट 2 अगस्त 2019 में डीएफओ रहे नीतीश मणि त्रिपाठी ने वन मुख्यालय भेजी थी, जिसमें ये स्पष्ट जानकारी दी गई है कि यहां लीजधारक गायब हो गए हैं और उनकी जगह दूसरे लोग कब्जे कर रहे हैं। वन विभाग की एक रिपोर्ट ये भी कहती है कि जब कृषि कार्य हेतु लीज हुई थी तब लीज धारकों की संख्या कुल 64 थी और इन्हें 66.96 हेक्टेयर वन भूमि का आबंटन किया गया था। आज की तारीख में यहां 400 से अधिक परिवार हैं, जिनमें 1800 लोगों ने वन भूमि पर एक बस्ती बना ली है।

रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में 103 हेक्टेयर वन भूमि पर अवैध कब्जा है और यहां जंगल की सरकारी जमीन खरीदने और बेचने का धंधा चल  रहा है, पिछले दिनों शासन के द्वारा इस मामले में दिशा निर्देश मिलने पर वन विभाग ने कुछ लोगों के खिलाफ काठगोदाम पुलिस थाने में एफआईआर भी दर्ज करवाई और कब्जेदारों को नोटिस भी दिए, किंतु कुछ दिन बाद फिर वन विभाग और जिला प्रशासन सो गया। कुछ दिन पहले डीएफओ के द्वारा डीएम के द्वारा बनाई गई समिति को संज्ञान में लेते हुए तराई पूर्वी वन प्रभाग को पत्र लिख कर बाग जाला, ढोली रेंज कोर्ट खर्रा आदि के विषय में “अपडेट” रिपोर्ट मांगी है।

ऐसा जानकारी में आया है कि इस क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय द्वारा लीज धारकों से जमीन खरीद कर अपने कब्जे किए जा रहे हैं और यहां धीरे- धीरे मुस्लिम बस्ती बनती जा रही है। इस बात की पुष्टि वन अधिकारियों के उन जांच रिपोर्ट में भी मिलती है, जिसमें कहा गया है कि यहां लीजधारक अब नहीं के बराबर हैं। 64 लीजधारकों में से अब यहां गैर मुश्किल 5-6 ही रह गए हैं और यहां अब 114 मुस्लिम परिवारों ने कब्जे कर घर बना लिए हैं। इसके अलावा हिंदू परिवार भी हैं, जिनमें से नेपाली मूल के लोग हैं जोकि यहां अवैध रूप से बसे हुए हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार गौला पार में एक योजना बद्ध तरीके से मुस्लिम बस्तियां बन रही हैं जोकि डेमोग्राफी चेंज का उदाहरण पेश कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि ये वो क्षेत्र है जहां पास में ही नैनीताल हाई कोर्ट शिफ्ट होना है, इसके अलावा यहां कई महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालय भी आ रहे हैं। खबर है कि हाई कोर्ट को लेकर जिला प्रशासन और वन विभाग पर भी खासा दबाव है।

उधर काठगोदाम थाने के सामने गंगापुर क्षेत्र में भी वन भूमि लीज पर आबंटित की गई थी उसकी लीज भी खत्म हो गई है, इस पर भी वन विभाग नोटिस देने की तैयारी कर रहा है। जानकारी के मुताबिक डीएफओ हिमांशु बांगरी ने डीएम, एसएसपी को पत्र लिखकर प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस फोर्स की मौजूदगी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। वन विभाग की इस हलचल से बागजाला क्षेत्र में हड़कम मचा हुआ है।

क्या कहते हैं नोडल अधिकारी?

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने विशेष सचिव डॉ पराग धकाते को अतिक्रमण हटाओ अभियान का नोडल अधिकारी नियुक्त किया हुआ है। इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो उनका कहना था कि वन भूमि से अतिक्रमण हटाया जाएगा, इसमें कोई रियायत वाली बात नहीं होगी। बेहतर है कि लोग खुद ही अतिक्रमण स्थान से हट जाएं अन्यथा विभाग उन्हे बलपूर्वक हटाएगा।

 

Topics: हल्द्वानी गौलापार बागजालाoccupation in Nainitaloccupation of 103 hectaresHaldwani Goulapar Bagjalaअवैध कब्जाillegal occupationवनभूमि पर कब्जाoccupation of forest landनैनीताल में कब्जा103 हेक्टेयर पर कब्जा
Share19TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Uttarakhand Illegal dam

उत्तराखंड: जलाशयों की भूमि पर अवैध कब्जे कर रह रहे हैं शातिर अपराधी, पुलिस की कांबिंग में पकड़े गए अभियुक्त

Waqf Board

यूपी में वक्फ संपत्तियों का जबरदस्त दुरुपयोग, जिलों से आईं चौंकाने वाली रिपोर्ट

Uttarakhand encroachment

उत्तराखंड: रिस्पना, बिंदाल आदि नदियों किनारे अतिक्रमण, डेमोग्राफी चेंज की बड़ी वजह

Uttarakhand Encroachment demography

उत्तराखंड में अतिक्रमणकारियों के कारण बढ़ा जनसंख्या असंतुलन: सीएम धामी का सख्त रुख

Uttarakhand Illegal Encroachment

उत्तराखंड: वन विभाग ने 40 हेक्टेयर भूमि कराई अतिक्रमण मुक्त

Spain salt city violence by immigrants

क्यों जल रहा स्पेन ? साल्ट शहर प्रयोग तो नहीं ? क्या है इमाम कनेक्शन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies